Thursday, March 30, 2023

प्रतापगढ़:एबीपी पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, शराब माफियाओं से मिल रही थी धमकी

Janchowk
Follow us:

ज़रूर पढ़े

एबीपी गंगा के संवाददाता सुलभ श्रीवास्तव (45 वर्ष) की कल रात यूपी के प्रतापगढ़ में संदिग्ध हालत में मौत हो गयी। बता दें कि पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने एक दिन पहले ही अपनी जान को ख़तरा बताते हुए एडीजी ज़ोन प्रयागराज और एसपी प्रतापगढ़ को पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने लिखा था कि शराब माफ़िया के ख़िलाफ़ ख़बर छापने के बाद से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और उनका पीछा किया जा रहा है। 

13 जून रविवार रात वह अर्द्धनग्न घायलावस्था में शहर कोतवाली क्षेत्र के कटरा रोड स्थित एक ईंट भट्ठे पर पड़े मिले। यूपी पुलिस अपने जवाबदेही  से पल्ला झाड़ते हुये उनकी हत्या को दुर्घटना में हुयी मौत साबित कर रही है।

थानाक्षेत्र कोतवाली नगर के कटरा चौराहे के पास एबीपी न्यूज के पत्रकार की मृत्यु होने के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी प्रतापगढ़ द्वारा दी गई वीडियो बाइट में कहा गया है कि- “13 जून रविवार की रात 10 से 11 के बीच सुलभ श्रीवास्तव एबीपी के सम्मानित पत्रकार लालगंज से मीडिया कवरेज करके प्रतापगढ़ वापस आ रहे थे। कटरा चौराहे के पास स्थित ईंट भट्ठे के पास मोटर साईकिल से गिरकर घायल हो गये थे। वहां पर मौजूद मजदूरों द्वारा उन्हें उठाकर किनारे किया गया। उनके मोबाइल फोन में मौजूद कंटैक्ट लिस्ट में से संबंधित को सूचित करते हुये एंबुलेंस को भी बुलवाया गया। एंबुलेंस से उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहाँ डॉक्टरों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उसके पश्चात स्थानीय पुलिस टीम, मैं और सीओ सिटी द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। जहां प्रथम दृष्ट्या ये पाया गया कि वो मोटरसाईकिल से अकेले आ रहे थे। सड़क किनारे मौजूद खम्भा और हैंडपम्प से टकराकर मृत्यु होना पाया गया है। घटना के संबंध में अन्य विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है। और अन्य विधिक कार्रवाई जारी है”।       

यूपी पुलिस की दलील है कि बारिश की वजह से सड़क पर फिसलन थी और इसी वजह से उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई और वह हादसे का शिकार हो गए। मामले में प्रतापगढ़ के प्रभारी एसपी धवल जायसवाल का कहना है कि प्रारंभिक जांच पड़ताल में यही बात सामने आई है कि मृतक हादसे का शिकार हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी यही बात बताई है। जांच पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 मौत से एक दिन पहले एडीजी प्रयागराज को पत्र लिखकर बताया था जान का ख़तरा

पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने एक दिन पहले ही एडीजी प्रयागराज जोन को शिक़ायती पत्र भेजकर अपनी व अपने परिवार की जान को ख़तरा बताया था।

पत्र में उन्होंने बताया था कि पिछले दिनों प्रतापगढ़ जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों मैं अवैध शराब का जखीरा पकड़े जाने की घटना का कवरेज उन्होंने किया था। इसके बाद 9 जून को न्यूज़ चैनल के डिजिटल प्लेटफार्म पर एक ख़बर भी चलाई थी। जिसे लेकर कुछ लोगों ने बताया था कि शराब माफिया उस ख़बर को लेकर उनसे नाराज़ हैं। पत्र में यह भी बताया गया था कि पिछले 2 दिनों से जब भी वह घर से बाहर निकलते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है। ऐसे में उन्हें लगता है कि कुछ शराब माफिया, जो उनकी ख़बर से नाखुश हैं, उन्हें या उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उनका परिवार भी डरा सहमा है।

बता दें कि सुलभ हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव प्रतापगढ़ में थाना कोतवाली नगर के स्टेशन रोड स्थित सदरपुर पश्चिमी के रहने वाले थे। वह एबीपी न्यूज चैनल के प्रतापगढ़ जिला संवाददाता के रूप में कार्यरत थे। रविवार शाम वह लालगंज क्षेत्र में अपराधियों को पकड़े जाने की कार्रवाई की कवरेज में गए थे। रात 10:30 बजे के करीब व साथियों समेत घर लौट रहे थे। कटरा मेदनीगंज पहुंचने पर अन्य साथी पीछे थे जबकि बाइक की गति तेज होने के कारण वह मोबाइल पर बात करते हुए थोड़ा आगे निकल गए। कुछ देर बाद साथी पहुंचे तो वह सड़क किनारे मृत पड़े मिले। उनके सिर में गंभीर चोट लगी हुयी मिली थी और उनके शरीर पर कपड़े भी नहीं थे।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्रकार की हत्या पर योगी सरकार को घेरते हुये ट्विटर पर लिखा है, “शराब माफिया अलीगढ़ से प्रतापगढ़ तक पूरे प्रदेश में मौत का तांडव करें। उप्र सरकार चुप। पत्रकार सच्चाई उजागर करे, प्रशासन को ख़तरे के प्रति आगाह करे। सरकार सोई है। क्या जंगलराज को पालने-पोषने वाली उप्र सरकार के पास पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव जी के परिजनों के आंसुओं का कोई जवाब है?”

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत को हत्या करार दिया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा है,- “शराब माफियाओं के ख़िलाफ़ ख़बर चलाने के कारण यूपी में एक पत्रकार की हत्त्या हो जाती है जबकि एक दिन पहले सुलभ जी ने एडीजी को पत्र लिखकर हत्त्या की आशंका जताई थी लेकिन सब सोते रहे।”

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी वी श्रीनिवास ने योगीराज को जंगलराज बताते हुये लिखा है – “ये खौफनाक है:-उत्तरप्रदेश में ABP NEWS के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की ‘सच्ची पत्रकारिता’ के चलते हत्या हो जाती है, ये जंगलराज नहीं तो क्या?”

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of

guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest News

गौतम भाटिया का लेख:राजनीतिक लड़ाई का हथियार बन रही है, कानूनी जंग 

लॉफेयर(Lawfare) शब्द दो शब्दों को मिलाकर बना है। लॉ और वॉरफेयर। इसके मायने हैं अपने विपक्षी को डराने, नुकसान...

सम्बंधित ख़बरें