नई दिल्ली। कांग्रेस ने आखिरकार राजस्थान में एक लिस्ट जारी ही कर दी। इसके लिए राज्य नेतृत्व के साथ आलाकमान को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि पहली सूची में उम्मीदवारों की संख्या अभी महज 33 है।
बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर राज्य नेतृत्व के बीच भी खासी खींचतान चल रही है। पहली सूची में उन सीटों को स्थान दिया गया है जो ज्यादा विवादित नहीं हैं। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके प्रतिद्वंदी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, विधान सभा के स्पीकर सीपी जोशी और राज्य अध्यक्ष गोविंद सिंह दोतासरा शामिल हैं।
33 नामों में 29 मौजूदा विधायक हैं। बाकी चार उन्हीं सीटों पर 2018 में चुनाव लड़े थे लेकिन बीजेपी प्रत्याशियों से वो हार गए थे। बताया जा रहा है कि लिस्ट में बहुत सारे सचिन पायलट के समर्थक हैं। जैसे इंदराज गुर्जर, मुकेश भाकर और राम निवास गावरिया शामिल हैं। सूची में चार अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए रिजर्व सीटों को भी रखा गया है।
इसमें रमिला खाड़िया अकेली प्रत्याशी हैं जो कांग्रेस से नहीं थीं बल्कि पिछले चुनाव में निर्दलीय के तौर पर जीती थीं। उन्हें कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से उतारा गया है। इस साल के जून महीने में गहलोत ने खाड़िया को 2020 में अपनी सरकार को बचाने का श्रेय दिया था। उस समय यह आरोप लगा था कि पैसा उनकी ही गाड़ी में रखा गया था। बावजूद इसके उन्होंने पाला नहीं बदला।
गहलोत अपनी मौजूदा विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा से ही लड़ेंगे। और पायलट भी अपनी पुरानी सीट टोंक से और दोतासरा लक्ष्मणगढ़ तथा नाथवाड़ा से जोशी मैदान में उतर रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश को सिकराई, टीकाराम जूली को अलवर ग्रामीण और जीत सिंह मालवीय को बागीडोरा से उतारा गया है। इसके साथ ही पिछले चुनाव में बीएसपी के टिकट पर उतरे कुछ प्रत्याशियों को कांग्रेस ने अपना सिंबल देकर चुनावी दंगल में उतारा है।