दिल्ली में नागरिकता कानून का विरोध कर रहे चंद्रशेखर रावण और शर्मिष्ठा मुखर्जी हिरासत में लिए गए

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नई दिल्ली। भीम आर्मी मुखिया चंद्रशेखर आजाद रावण को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि चंद्रशेखर जामा मस्जिद तक पहुंचने में सफल हो गए। बताया जा रहा है कि कल शाम से ही दिल्ली पुलिस को चंद्रशेखर की तलाश थी। लिहाजा दोनों पक्षों के बीच लुका-छुपी का खेल चलता रहा। लेकिन चंद्रशेखर पुलिस को चकमा देकर आज जामा मस्जिद तक पहुंच गए और उन्होंने नमाज के बाद तमाम दूसरे लोगों के साथ मिलकर नागरिकता कानून का विरोध किया। अभी प्रदर्शन को कुछ वक्त ही बीते थे कि पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया।

इस बीच, कांग्रेस नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी को भी पुलिस ने 50 महिला कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया है। ये सभी संसद द्वारा पारित नये नागरिकता कानून का विरोध कर रही थीं। यह विरोध प्रदर्शन प्रदेश महिला कांग्रेस की ओर से आयोजित किया गया था। सभी प्रदर्शनकारी अमित शाह के आवास के बाहर गए थे जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया गया। खुद इसकी सूचना शर्मिष्ठा ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये दी है।

उधर, असम में इंटरनेट सेवाएं फिर से शुरू कर दी गयी हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में इसको ठप कर दिया गया है।

एएनआई के मुताबिक हैदराबाद में भी आज इस कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हुआ है। हैदराबाद के चारमिनार वाले इलाके में भारी तादाद में लोगों ने इकट्ठा होकर इस कानून का विरोध किया।

चंद्रशेखर आजाद के दिल्ली में प्रदर्शन को देखते हुए पुरानी दिल्ली के चौड़ी बाजार, लाल किला और जामा मस्जिद के मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। यहां से न तो किसी को घुसने और न ही बाहर निकलने की इजाजत थी।

उधऱ दक्षिण से खबर आ रही है कि मंगलुरू में कल प्रदर्शन में मारे गए दो लोगों के पोस्टमार्टम के दौरान मीडिया कर्मियों के अस्पताल में घुस जाने के बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।

इस बीच बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस करके नये पारित कानून को गैरसंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी हमेशा से इसका विरोध करती रही है और यह पूरी तरह से गैरसंवैधानिक है।

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