एक जनवरी को किसान दिखाएंगे अपना दम

किसान आंदोलन ने आज 34वां दिन पार कर लिया। कल सरकार के प्रतिनिधियों और संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं के बीच सातवें दौर की बैठक होगी। लेकिन चूंकि सरकार ने पहले ही कल की बैठक का मुद्दा विद्युत संशोधन विधेयक और एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए आयोग अध्यादेश निर्धारित किया गया है जाहिर है कल की बैठक में कृषि क़ानून और एमएसपी की गारंटी पर बात नहीं होगी। लिहाजा किसान आंदोलन का आगे बढ़ना तय है। 

नये साल में किसान आंदोलन को और तेज और असरदार बनाने के लिए किसान संगठनों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी रणनीति के तहत किसान संगठनों ने नए साल पर दिल्ली की सीमाओं पर अपनी तादाद और बढ़ाने पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों में मौजूदा किसान संगठनों के सक्रिय सदस्यों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि वे अपने-अपने इलाकों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसानों, युवाओं और आमजन को एक जनवरी को दिल्ली कूच के लिए तैयार करें।

किसान संगठनों ने आह्वान किया है कि नये साल पर एक जनवरी को आम लोग भी दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचकर वहां बैठे किसानों के धरने में शामिल हों। ताकि किसानों के आंदोलन को और मजबूती मिले। 

लोग किसान आंदोलन में शामिल हो रहे हैं और तरह-तरह से इसे मजबूती प्रदान करने में सहयोग कर रहे हैं। इसी कड़ी में केरल के एरनाकुलम जिले में गुरुवार को वझाकुलम से 16 टन अनानास लेकर कुछ ट्रक दिल्ली के लिए निकले थे। इन ट्रकों को केरल के कृषि मंत्री वीएस सुनील कुमार ने हरी झंडी दिखाई थी।

अनानास से लदे ट्रकों को केरल के किसानों के एक समूह ने दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए भेजा है। केरल के अनानास किसानों के इस संगठन ने 16 टन अनानास और इसे भेजने की लागत का पूरा खर्च उठाया है। उन्होंने यह फल प्रदर्शनकारी किसानों के बीच बांटने के लिए भेजा है।

वहीं किसान आंदोलन के 34 वें दिन आज आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा है कि सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए फ्री वाई-फाई की सुविधा दी जाएगी।

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