मणिपुर में मानवता हुई कलंकित, निर्वस्त्र कर 2 कुकी महिलाओं को मैतेई समुदाय की भीड़ ने कराया परेड

नई दिल्ली। मणिपुर से एक बेहद भयानक तस्वीर सामने आ रही है। वह न केवल शर्मसार करने वाली है बल्कि पूरी मानवता के लिए कलंक है। वहां से एक वीडियो सामने आया है जिसमें दो महिलाओं को पंद्रह-बीस की संख्या में पुरुष निर्वस्त्र करके परेड करा रहे हैं। यह घटना मणिपुर के कांगपोकपी जिले की है। दोनों महिलाएं कुकी समुदाय की हैं और हमलावर मैतेई समुदाय से रिश्ता रखते हैं।

वेबसाइट स्क्रोल ने इनमें से हमले की शिकार एक पीड़ित महिला से बात की है। उसका कहना है कि यह घटना कांगपोकपी जिले के उसके गांव बी फैनोम में 4 मई को घटी है। मणिपुर में मैतेई और कुकी के बीच संघर्ष शुरू होने के ठीक दूसरे दिन। महिला का कहना था कि यह सुनने के बाद कि मैतेइयों की भीड़ उसके गांव के पास घरों को जला रही है उसके परिवार के सदस्य समेत दूसरे लोग एक कीचड़ भरे रास्ते से भाग कर बचने की कोशिश कर रहे थे कि तभी एक भीड़ ने उनको देख लिया। उनका कहना है कि पड़ोसी और उनके बेटे को कुछ दूर ले जाया गया और उनकी हत्या कर दी गयी। भीड़ ने उसके बाद महिलाओं की पिटाई शुरू कर दी। और फिर उसने महिलाओं को अपने कपड़े उतारने के लिए कहा।

महिला का कहना था कि “जब हमने विरोध किया तो उन्होंने मुझसे कहा: अगर तुम अपने कपड़े नहीं उतारती हो तो हम तुमको मार देंगे।” महिला की उम्र तकरीबन चालीस साल है। महिला ने स्क्रोल को बताया कि फिर हमने अपनी जान की रक्षा के लिए सारे कपड़े उतार दिए। इस दौरान पुरुष लगातार उसको पीटते और धकियाते रहे। उसने बताया कि उसे नहीं पता था कि उसके पड़ोस में रहने वाली 21 साल की बच्ची के साथ क्या हो रहा है। क्योंकि वह कुछ दूरी पर थी।

महिला ने बताया कि उसके बाद उसे पास के एक धान के खेत में ले जाया गया। और पुरुषों ने उसे वहां लेट जाने के लिए कहा। उसने बताया कि “जैसा उन्होंने कहा मैंने वैसा ही किया और फिर तीन पुरुषों ने मुझे घेर लिया…….उनमें से एक ने दूसरे से कहा, ‘उसका बलात्कार करो’। लेकिन अंत में उन्होंने ऐसा नहीं किया।”

उसने आगे जोड़ा कि वह ‘भाग्यशाली’ थी कि वे उस हद तक नहीं गए (उसका बलात्कार करने तक)।लेकिन उन लोगों ने हमारे स्तन को ज़रूर पकड़ा।

पुलिस केस

पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले महिलाओं के रिश्तेदारों ने बताया कि उसी समय उन महिलाओं में से एक के साथ गैंगरेप किया गया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने बताया कि 18 मई को कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस स्टेशन में एक जीरो एफआईआर रजिस्टर की गयी है। 

हालांकि पहली एफआईआर घटना से संबंधित थाने में ही दर्ज की जाती है। लेकिन जीरो एफआईआर किसी भी थाने में दर्ज की जाती है और बाद में उसे संबंधित थाने को भेज दिया जाता है।

सैकुल पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि तकरीबन 800 से लेकर 1000 तक अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या और बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। शिकायत यह बताती है कि घटना 4 मई को घटित हुई थी। हिंसा शुरू होने के एक दिन बाद।

शिकायतकर्ता का कहना था कि एके राइफल्स, एसएलआर, इंसास और .303 राइफल जैसे आधुनिक हथियारों के साथ कुछ अज्ञात बदमाश जबरन मणिपुर के कांगपपोकपी जिले के आईसलैंड सबडिवीजन में स्थित हमारे गांव में घुस गए। 

शिकायत के मुताबिक यह खास घटना गांव के उन पांच लोगों के साथ घटित हुई है जो अपनी जान बचाने के लिए जंगलों की ओर भाग रहे थे।

समूह में दो पुरुष और तीन महिलाएं शामिल थे। इनमें से तीन एक ही परिवार से जुड़े थे। जिसमें 56 साल का एक पुरुष, उसका 19 साल का बेटा और 21 साल की बेटी शामिल थी। 42 और 52 साल की दो दूसरी महिलाएं इस समूह का हिस्सा थीं।

शिकायत में आगे कहा गया है कि जंगल के रास्ते में नोन्गपोक सेकमई पुलिस स्टेशन की एक टीम ने उनको बचाया। हालांकि रास्ते में एक भीड़ द्वारा उनके रास्ते को रोक दिया गया था और हिंसक भीड़ ने पुलिस की टीम के हाथ से उन्हें खींच लिया। यह घटना टौबू के पास हुई।

भीड़ ने तुरंत ही 56 वर्षीय शख्स की हत्या कर दी। जिसके बाद तीनों महिलाओं को जबरन अपना कपड़ा उतारने के लिए मजबूर कर दिया गया। और फिर निर्वस्त्र उन्हें भीड़ के सामने घुमाया गया।

21 वर्षीय महिला का दिन के प्रकाश में बर्बर तरीके से बलात्कार किया गया। जबकि दूसरी दो महिलाएं अपनी पहचान के कुछ लोगों की मदद से भीड़ के चंगुल से बच कर भाग गयीं। 

21 वर्षीय महिला को उसके छोटे भाई ने बलात्कार से बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन भीड़ द्वारा उसकी उसी मौके पर हत्या कर दी गयी।

शिकायत को घटना स्थल के क्षेत्र में आने वाले थाने को भेज दिया गया है। कांगपोकपी के पुलिस सुपरिंटेंडेट मनोज प्रभाकर एम ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि “हमने सैकुल (पुलिस स्टेशन) में जीरो एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे नांग्पोक सेकमई (पुलिस स्टेशन) को भेज दिया है”   

ज़ोगम मोसी नाम के एक शख्स के एक ट्विटर हैंडल से जारी इस वीडियो में महिलाओं को आगे-आगे ले जाते हुए दिखाया गया है। उनके साथ चल रहे पुरुष लगातार उनको गलत तरीके से छू रहे हैं और हर तरह की अश्लील हरकत कर रहे हैं। वीडियो के बारे में जानकारी साझा करते हुए जोगम मोसी ने कहा कि परेड करायी जा रही महिलाएं कुकी समुदाय की हैं जबकि उनके साथ ज्यादती कर रहे पुरुष मैतेई समुदाय से रिश्ता रखते हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि “अभी हाल में एक परेशान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर आया है। जिसमें रेडिकल मैतेई लोग जोमी-कुकी बहनों को निर्वस्त्र करके दिन के उजाले में परेड करा रहे हैं। 20 व्यक्तियों से घिरी इन महिलाओं को असहाय और अमानवीय हरकतों के साथ उनको गलत तरीके से छूते देखना बेहद पीड़ादायक है।” 

इसके साथ ही उसमें आगे कहा गया है कि हम इन रेडिकल अमानवीय मैतेई लोगों के साथ नहीं रह सकते हैं। मणिपुर से अलग प्रशासन वाले क्षेत्र की मांग पहले से और ज्यादा मजबूत हो गयी है। आइये एक साथ खड़े होते हैं और जोमी-कुकी के लिए शांति और न्याय की मांग करते हैं।

राजनीतिक पक्षों से भी अब प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी की चुप्पी और कोई कार्रवाई न करने की सोच ने मणिपुर को अराजकता में धकेल दिया है। जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला हो रहा है तो ‘iNDIA’ चुप नहीं बैठा रह सकता है। हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं। केवल शांति ही आगे का रास्ता है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस पर कड़ी टिप्पणी की है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा है कि मणिपुर से आने वाली हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। महिलाओं के साथ घटी इस भयावह हिंसा की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। समाज में हिंसा का सबसे ज्यादा दंश महिलाओं और बच्चों को झेलना पड़ता है।

कांग्रेस की महिला नेता नेट्टा डिसूजा ने कहा है कि मानवता हजारों बार मर गयी। मणिपुर में जो हो रहा है वह गंभीर मानवाधिकार का उल्लंघन है और पूरी दुनिया उसको देख रही है।अगर बीजेपी सरकार महिलाओं को अपमानित होने और शर्मसार किए जाने से नहीं बचा सकती है उसे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। राष्ट्रपति शासन लगाने से क्या चीज मोदी को रोक रही है?

अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मणिपुर की वारदात बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। भारतीय समाज में इस तरह की घिनौनी हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती। मणिपुर के हालात बेहद चिंताजनक बनते जा रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी से अपील करता हूँ कि वे मणिपुर के हालातों पर ध्यान दें। इस वारदात की वीडियो में दिख रहे दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। भारत में ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि मणिपुर से आईं महिला उत्पीड़न व हिंसा की तस्वीरें हृदय को विचलित करने वाली हैं। यह घटना इंसानियत को शर्मसार करने वाली है, निंदनीय है। हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर के हालात पर केंद्र सरकार का निष्ठुर एवं संवेदनहीन रवैया शर्मनाक है।

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Subhash Chandra Kushwaha
Subhash Chandra Kushwaha
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9 months ago

बहुत भयावह है यह। हमारे मुल्क को किसने बर्बाद कर दिया?

Jaggu
Jaggu
Guest
9 months ago

BJP ki sarkar tanashahi Sarkar Hai main is Sarkar se gujarish karna chahta hun aise kand aise balatkar rape yah sirf BJP ki sarkar mein bahut jyada hoti hai kyunki BJP wale se jyada nikammi Sarkar Hai Modi ji se appeal karta hun ki yah Apne pradhanmantri pad se istifa Dene ki mahan kripa Karen Manipur mein jo ghatna Hui Hai sharmsar ghatna hai iske jimmedaar Bharat Sarkar Hai aur Manipur ki Sarkar Hai itni dardnak ghatna ho rahi hai aap log ko kuchh samajh mein nahin aata kiski bahan betiyan Hain yah aap log se koi matlab nahin Hai re itna hi matlab hota to hadsa na karvate Hain train hadsa mein sari hath Modi ji aapki hai Jammu Kashmir mein bhi Sainik mare hue the sab yah aapka karvan tha Modi 70 80 kilo barud gadi cross kar gai aapki Sarkar ko maloom nahin pada aur blast Ho Gaya kitne Masoom ka Ghar ujad Gaya yah sirf ladate Hain Apne party ke liye aur dimag divert karte hain sirf ki party ke liye main up se hun Prayagraj jila se bol raha hun jis din mere samne yah ghatna sharmsar hua aisi ghatna main to sidhe jitne bhi gunahkari rang mein sabko Goli maar dunga kuchh bhi Ho jaaye yah Jo Manipur ki jo ghatna Hui Hai Modi Bharat Sarkar se gujarish hai unko fansi ki Saja dilaya jald se jald aise karne per logon ka rooh kab jaega koi kis Manipur mein jo ghatna hui hai nindniy hai Bharat Sarkar se main Karta Hun Beti bachao beti padhao ka Nara lagate Hain ek aisi sharmsar ghatna hai Manipur istifa de Bharat Sarkar ke sanrakshak Hain istifa den aise doshiyon ko fansi ki Saja honi chahie

Bhimrao
Bhimrao
Guest
9 months ago

Today’s central Government is behaving unconstitutionally and insensible

Parveen kumar
Parveen kumar
Guest
9 months ago

Ok