सत्याग्रह का 41वां दिन: सर्व सेवा संघ के खिलाफ चल रहे सरकारी षड्यंत्र का प्रतिवाद

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वाराणसी। न्याय के दीप जलाएं- सौ दिनी सत्याग्रह आज अपने 41 वें पायदान पर पहुंच गया। आज सत्याग्रह के क्रम में मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के संपूर्ण क्रांति एवं सर्वोदय कार्यकर्ता ध्रुव भाई उपवास पर हैं।

उनका साथ देते हुए आज सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, प्रोफेसर सोमनाथ रोड़े एवं डॉक्टर शिवचरण सिंह ठाकुर भी सत्याग्रह में शामिल होकर अपनी एकजुटता प्रकट कर रहे हैं।

आज के सत्याग्रह में शामिल अलख भाई, रविंद्र सिंह चौहान, सोमनाथ रोड़े और जोखन सिंह यादव, सभी 80 वर्ष की उम्र को पार कर गए हैं। विनोबा एवं जयप्रकाश नारायण की प्रेरणा और सानिध्य में काम करने वाले कार्यकर्ताओं का सत्याग्रह में शामिल होना इसके प्रभामंडल को बढ़ा देता है।

ध्रुव भाई जयप्रकाश नारायण द्वारा 1974 में संचालित छात्र आंदोलन से प्रभावित होकर छात्र-युवा संघर्ष वाहिनी के सदस्य बने। छात्र- युवा संघर्ष वाहिनी में शामिल होने के लिए इंदौर के किशोर भाई ने प्रेरित किया था।

ध्रुव भाई कई वर्षों तक छात्र-युवा संघर्ष वाहिनी के कार्यालय का प्रभार संभाला। बाद के दिनों में वे सर्वोदय से जुड़ गए और उसके कार्यालय की व्यवस्था में शामिल रहे। इसी क्रम में उन्हें भोपाल भेजा गया। आर्थिक संकट की वजह से वे कस्तूरबा मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा संचालित कस्तूरबा वनवासी कन्या आश्रम, निहाली में प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत रहे।

अवकाश प्राप्त करने के बाद फिर से उन्होंने अपनी सामाजिक पारी शुरू की और सर्व सेवा संघ के खिलाफ चल रहे सरकारी षड्यंत्र का प्रतिवाद में पूरी तरह जुड़ गए। सरकार के प्रतिवाद के क्रम में उन पर मुकदमे भी हुए लेकिन उनके हौसले में कोई कमी नहीं है।

सत्याग्रह स्थल से सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने कश्मीर के गांदरबल में आतंकवादियों द्वारा मजदूरों एवं साधारण नागरिकों की हत्या पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा हर समस्या का समाधान करने का प्रयास करना ही हर नागरिक का कर्तव्य है।

आज के दौर में जनता के सामने लोकतांत्रिक अवसर सीमित हो गए हैं, यह बात सही है। लेकिन हथियार और हिंसा का इस्तेमाल लोकतंत्र को कुचल डालने के लिए सत्ता को अवसर देती है।

सर्व सेवा संघ मणिपुर, कश्मीर, लद्दाख या अन्य किसी भी क्षेत्र की जन आकांक्षाओं को लोकतांत्रिक और संघीय (फेडरल ) संरचना में हल करने के प्रति अपनी गहरी निष्ठा व्यक्त करती है।

आज के सत्याग्रह में चंदन पाल, राम धीरज, रविंद्र सिंह चौहान, शक्ति कुमार, महेश भाई, अलख भाई, तारकेश्वर सिंह, सुरेंद्र नारायण सिंह, नंदलाल मास्टर, शिवाजी माडे, जोखन यादव, सिद्धि मिश्रा, पूनम, गुरु प्रसाद, अनूप श्रमिक आदि शामिल हुए

(प्रेस विज्ञप्ति)

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