Saturday, April 27, 2024

झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज, सीएम हेमंत सोरेन ने की विधायकों के साथ बैठक

रांची। जमीन घोटाले में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 30 जनवरी की दोपहर रांची पहुंचे। वे सोमवार 29 जनवरी से लापता थे। रांची पहुंचकर उन्होंने सीएम हाउस में JMM, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों के साथ मीटिंग की। हेमंत सोरेन ने आज राष्ट्रपति महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें पुष्प भी अर्पित किये। इस दौरान हेमंत सोरेन अपने समर्थकों से घिरे नजर आए।

इधर मिली खबर के मुताबिक झारखंड की राजधानी रांची के बड़गाईं लैंड स्कैम मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित ठिकानों से 36 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं। साथ ही उनकी दो कार को जब्त कर लिया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने आज (30 जनवरी) सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।

ईडी ने कहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी भी लापता हैं। ईडी ने बताया है कि उसकी टीमों ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित तीन ठिकानों पर दबिश दी थी। इसमें उनके आवास से 36 लाख रुपये नकद और दो कार जब्त की है।

ईडी की टीम जमीन घोटाला से जुड़े धनशोधन मामले में जांच करने उनके आवास पर गई थी। लेकिन, हेमंत सोरेन वहां नहीं मिले। जांच टीम झारखंड भवन और शिबू सोरेन के सरकारी आवास पर भी गई, लेकिन झारखंड के सीएम वहां भी नहीं मिले। जांच के दौरान हेमंत सोरेन के घर से कुछ दस्तावेज भी मिले हैं।

बता दें कि 29 जनवरी को ईडी की टीम नई दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंची थी, लेकिन हेमंत सोरेन वहां नहीं मिले। जिसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

वहीं ईडी की कार्रवाई के खिलाफ विभिन्न जिलों के झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) कार्यकर्ताओं ने रांची पहुंचकर प्रदर्शन किया। जेएमएम कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के चलते एक हजार से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

जेएमएम के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टचार्य ने बताया कि हेमंत सोरेन की ओर से ईडी को 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे पूछताछ करने के लिए सीएम आवास बुलाया गया है। हेमंत सोरेन से संपर्क के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीएम अभी कहा हैं इस बात की जानकारी अभी उन्हें नहीं हैं।

इस मामले को लेकर झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तंज कसते हुए एक्स पर एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि “हमारे राज्य के मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसियों के डर के मारे पिछले करीब 40 घंटे से लोकलाज त्याग कर लापता हैं। चेहरा छिपाकर भागे-भागे फिर रहे हैं।”

उन्होंने लिखा कि “यह न सिर्फ मुख्यमंत्री की निजी सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा, इज्जत, मान-सम्मान भी खतरे में है।” बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा है कि “जो कोई भी बिना विलंब हमारे इस ‘होनहार’ मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लायेगा, उसे मेरी तरफ से 11 हजार रुपये का इनाम दिया जायेगा।”

सीएम हेमंत सोरेन को ईडी के समन पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं, तो उन्हें कल जवाब देना होगा। एक सच्चे नागरिक के रूप में, हमें आज्ञा माननी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत संतोषजनक नहीं है। ये बात वे पहले भी कई बार कह चुके हैं। कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी।

दूसरी तरफ जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 20 जनवरी को भी हेमंत सोरेन से ईडी ने सात घंटे तक पूछताछ की। हेमंत सोरेन की ओर से पार्टी पदाधिकारियों को यह जानकारी दी गई कि ईडी के अधिकारियों ने अधिकांश वहीं सवाल किए, जो उन्होंने चुनाव आयोग के अपने हलफनामा में पहले ही दे चुके थे।

उन्होंने बताया कि ईडी की ओर से बड़गाई की जिस जमीन को लेकर पूछताछ की जा रही है, उसके बारे में पता करने पर यह जानकारी मिली कि वो भुईंहरी जमीन है, जिसकी खरीद-बिक्री नहीं हो सकती। यह जमीन पिछलेु 50 से 60 साल से आदिवासी धर्मगुरुओं की देखरेख में है। इससे अधिक जानकारी पार्टी के पास नहीं है।

उन्होंने कहा कि बड़गाई की जमीन के बाद रांची में हरमू स्थित सोहराई भवन के ट्रांजेक्शन के बारे में जानकारी मांगी गई। वर्ष 2018-22 के दौरान ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा उनकी पत्नी के पास उपलब्ध है, क्योंकि यह व्यवसाय उनकी पत्नी ही देखती हैं।

वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के खिलाफ झामुमो कार्यकर्ताओं ने 29 जनवरी को रांची के मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला और राजभवन के सामने धरना दिया।

(विशद कुमार की रिपोर्ट।)

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