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संस्कृति-समाज

जयंती पर विशेष: आज़ादी की लड़ाई की मुकम्मल नींव थे बिस्मिल

“सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है” भारत की आज़ादी के आंदोलन में ये पंक्तियां क्रांतिकारियों का [more…]