हिंदी पट्टी में राजनीतिक वर्चस्व भारत की केंद्रीय सत्ता पर राजनीतिक वर्चस्व का रास्ता खोलता है। हिंदी पट्टी की घनी…
हुकूमतें अधिकार की चेतना को नष्ट कर बहुजनों में भिखारी चेतना कर रही हैं विकसित
भागलपुर। बहुजन दृष्टि का मूल तत्व समानता, बराबरी व आजादी है। बहुजन दृष्टि सोशल इंजीनियरिंग का पर्याय नहीं है। सोशल…
एक बार फिर मण्डल बनाम कमण्डल!
उत्तर प्रदेश में हर रोज राजनैतिक भूचाल के झटके लग रहे हैं। बहुजन विमर्श, जिसे विगत वर्षों में आखेट कर…
पूर्वांचल में बहुजन बुद्धिजीवियों-एक्टिविस्टों और नेताओं की जुटान
12 सितंबर को गोरखपुर के गोकुल अतिथि भवन में बहुजन बुद्धिजीवियों एक्टिविस्टों और नेताओं का एक महासम्मेलन रखा गया है।…
स्व-श्रेष्ठता के दंभ में हर किसी को खारिज करने के खतरे
अभी हाल की बात है, एक दिन मैंने अपने फेसबुक पेज पर दक्षिणपंथी खेमे के एक वरिष्ठ संपादक की असमय…
बहुजन आंदोलन की प्रतिनिधि इतिहासकार थीं गेल ओमवेट
गेल ओमवेट भारत के, विशेषकर आधुनिक भारत के बहुजन आंदोलन की एक प्रतिनिधि इतिहासकार थीं। मेरा आधुनिक बहुजन आंदोलन से…
भागलपुर: राष्ट्रीय सामाजिक न्याय दिवस पर पिछड़ों की हकमारी के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
भागलपुर। राष्ट्रीय सामाजिक न्याय दिवस के मौके पर बहुजन संगठनों व बुद्धिजीवियों द्वारा ओबीसी की हकमारी के खिलाफ आहूत राष्ट्रव्यापी…
मीडिया संस्थानों पर छापेमारी के भारी विरोध के बीच संकीर्णता की कुछ आवाजें
गुरुवार की सुबह, दैनिक भास्कर समूह के दफ्तरों और उसके मालिकों के घरों पर सरकारी एजेंसियों की छापेमारी की खबर…
केरोसिन के बगैर अंधेरे में बीतती दलितों-बहुजनों की सांझ
पिछले साल कोरोना महामारी के आगमन के साथ ही उत्तर प्रदेश की सरकारी राशन की दुकानों (कोटा) में मिलने वाले…
मायावती की बहुजन वैचारिकी: उत्थान से अवसान तक
मायावती ने अपनी चिरपरिचित शैली में बसपा के दो कद्दावर नेताओं को एक बार फिर बाहर का रास्ता दिखा दिया…