‘छल-प्रपंच’ हमेशा से राजनीति का अभिन्न अंग रहा है। ‘साम-दाम-भेद-दंड’ इसी के औज़ार हैं। दुनिया के किसी भी दौर की और किसी भी समाज की राजनीति कभी इससे अछूती नहीं रही। ‘छल-प्रपंच’ की ‘इंटेंसिटी’ यानी तीव्रता में ज़रूर फ़र्क़...
उफ! बड़े अफ़सोस की बात है कि देश के सबसे बड़े कथित सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जो सरकार का रिमोट कंट्रोल केंद्र है अब हमारे कथित सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साहिब पर अपनी नज़रें टेढ़ी कर...
उत्तरप्रदेश में भाजपा के भविष्य की राजनीति का खाका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दिल्ली की बैठक में करीब-करीब तय कर लिया गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दिल्ली की बैठक में साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ...
संघ-भाजपा और योगी की तमाम तिकड़मी राजनीति के बावजूद उनके सामने यहीं एक बड़ा अवरोधक आ खड़ा होता है। वह है-कोरोना संक्रमण से बेहाल और तबाह हुए लोगों के प्रति शासन का रवैया। शिक्षक हों या आम लोग, अवर्ण...
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। इसके करीब 50 लाख कार्यकर्ता 55 हजार शाखाओं में रोजाना सुबह सबेरे खाकी नेकर, काली टोपी और सफेद शर्ट में ज्यादातर शहरों...
जो लोग चले गए, वे मुक्त हो गए, ‘पॉजिटिविटी अनलिमिटेड’ कार्यक्रम में बोला गया यह सुभाषित, संघ प्रमुख, मोहन भागवत जी का है। संघ बात तो हिंदुत्व की करता है पर उसका आचरण अक्सर सनातन परंपरा के विरुद्ध होता...
एक तरफ दुनिया के तमाम छोटे-बड़े और अमीर-गरीब सभ्य देश हैं, जिन्होंने भारत में कोरोना महामारी के चलते अस्पतालों में मरीजों की भीड़, ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं के अभाव में असमय दम तोड़ रहे लोगों, श्मशान में अंतिम संस्कार...
कामकाजी महिलाओं की निगरानी के एमपी सरकार के प्रस्ताव के विरोध में दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। दिल्ली पुलिस द्वारा मैमूना मोल्ला, शबनम...
इलाहाबाद शहर मुख्यालय से दूर यमुनापार के वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल गौहनिया में आरएसएस के आला अधिकारियों की दो दिवसीय बैठक (22-23 नवंबर) आयोजित की गई। आरएसएस ने इसे अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल पूर्वी क्षेत्र नाम दिया। इसमें आरएसएस,...
मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, दोनों ही पिछले दिनों अपने तमाम बयानों में चीन के साथ सुलह करने की बात पर अस्वाभाविक रूप में अतिरिक्त बल देते दिखाई पड़ रहे हैं। सारी दुनिया जानती है कि चीन की...