पुस्तक समीक्षा: ‘अधूरे’ एक रूपक है, इंसानी ज़िंदगी के अधूरेपन का
‘अधूरे’ तेलुगु कहानी संग्रह है, जिसका हिंदी अनुवाद डॉ. एस.के. साबिरा ने किया है। संग्रह की सारी कहानियां मुस्लिम विमर्श पर केन्द्रित हैं। इन कहानियों [more…]
‘अधूरे’ तेलुगु कहानी संग्रह है, जिसका हिंदी अनुवाद डॉ. एस.के. साबिरा ने किया है। संग्रह की सारी कहानियां मुस्लिम विमर्श पर केन्द्रित हैं। इन कहानियों [more…]
“दुनिया ने तजुरबात-ओ-हवादिस की शक्ल में, जो कुछ मुझे दिया है वो लौटा रहा हूं मैं।” ‘आतंकवादी का फ़र्ज़ी ठप्पा’ : बेगुनाही साबित करने के [more…]
चंद्रभूषण की ‘प्रलय का प्रतिपक्ष’ 2024 में कौटिल्य बुक्स से छपी है। इसका उप-शीर्षक ‘पशु-पक्षी, कीट-पतंगे और ग्लोबल वार्मिंग’ है। लगभग डेढ़ सौ पृष्ठों की [more…]
किसी भी देश में जो मौजूदा समाज व्यवस्था होती है उसी जड़ें वहां के धर्म और संस्कृति में निहित होती हैं। वहां की राजनीति और [more…]
विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर अपनी तीखी टिप्पणियों के संग-संग सारगर्भित, तीक्ष्ण एवं चोट करती हुई कविताओं हेतु साहित्य जगत में विशिष्ट पहचान रखने वाले वरिष्ठ [more…]
अण्णा भाऊ साठे की पहचान एक लोक शाहीर की है। जिन्होंने ‘स्टालिनग्राड’ ‘तेलंगणा’ जैसे जोशीले पंवाड़े और तमाशे रचे। ‘अकलेची गोष्ट’, ‘मौन जुलूस’, ‘तिरसठ नंबर [more…]
शोभा सिंह का कहानी संग्रह, ‘चाकू समय में हथेलियां’, विविध समाजिक मुद्दों पर केंद्रित है, जैसे पितृसत्ता, ब्राह्मणवाद, सांप्रदायिकता और स्त्री संघर्ष। भारतीय समाज के विभिन्न तबकों से उठाए गए पात्र महिला अस्तित्व और स्वाभिमान की कहानियां बयान करते हैं। इस संग्रह में अन्याय और संघर्ष को दर्शाने वाली चौदह कहानियां सम्मिलित हैं।
साल 2023 कवि-गीतकार शैलेन्द्र की जन्मशती है। ‘तू ज़िंदा है, तो ज़िंदगी की जीत में यक़ीन कर’, ‘हर ज़ोर ज़ुल्म की टक्कर में’, ‘क्रांति के [more…]
पश्चिम के एक विद्वान हुए हैं चार्ल्स केटरिंग, उनकी स्थापना है कि “दुनिया परिवर्तन से नफरत करती है, लेकिन यही एकमात्र कारक है, जिससे प्रगति [more…]
आधुनिक भारत के निर्माण में पंडित जवाहरलाल नेहरू की भूमिका निर्विवाद रूप से सबसे अहम थी, इससे भला कौन इंकार कर सकता है। समाजवादी-धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र [more…]