द इंडियन एक्सप्रेस में एक कालम्निस्ट और कन्ट्रीब्यूटिंग एडिटर नीरजा चौधरी की आगामी पुस्तक ‘हाऊ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड’ में कुछ…
कृष्ण चंदर की महान कृति ‘पौदे’: महज एक किताब नहीं नायाब दस्तावेज है!
कृष्ण चंदर का वजूद और अदब इस बात की जमानत है कि वे उन लोगों की पहली कतार में से…
लोकतंत्रः अतीत, वर्तमान और भविष्य
(वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरुण कुमार त्रिपाठी के संपादकत्व में ‘आज के प्रश्न’ श्रृंखला के तहत ‘लोकतंत्र: अतीत, वर्तमान और…
‘मेरी आवाज़ में है तू शामिल’: बेबाक ग़ज़ल, सच्ची नज़्में
मेरे हाथ में जब ‘गुलमोहर किताब’ प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित कवि/शाइर/पत्रकार और जनवादी लेखक मुकुल सरल की ग़ज़लों और नज़्मों…
वाराणसी में एक पत्रकार का सम्मान और दो पत्रकारों की किताबों का हुआ विमोचन
वाराणसी। कल मानवाधिकार जननिगरानी समिति (PVCHR) समेत कई संगठनों की ओर से “संवैधानिक अधिकार, स्वास्थ्य व पोषण” विषय पर वाराणसी…
शिक्षा में हो स्नेह और सम्मान
कॉलेज में एमए के आखिरी वर्ष में पढ़ने वाली उस छात्रा के आंसू थम ही नहीं पा रहे थे। उसकी…
आजादी की अलख जगाती एक जरूरी किताब
सैंतालिस साल पहले भारत में लागू हुआ था आपातकाल। तब उसे लागू करने वाली सरकार ने 19 महीनों में ही…
यह देश पहले भी कुछ कम अंधेरों से नहीं गुजरा, लेकिन कभी हारा नहीं, आगे भी नहीं हारेगा: विजय बहादुर सिंह
देश के हिन्दी के जाने-माने आलोचकों में से एक विजय बहादुर सिंह को आमतौर पर उनकी देशज प्रतिमानों की सुगंध…
फिर से वापसी की राह पर किसान आंदोलन!
हवाओं में अब एक नए सवाल की आमद हो गई है। सवाल यह है कि क्या एक बार फिर देश…
युद्ध में झुलसती मनुष्यता और मनुष्य की क्रूरता का आख्यान
दुनिया में नर्क और दर्द का दायरा बहुत बड़ा है। अपेक्षाकृत विकसित समझे जाने वाले ऐसे यूरोपीय देश, जहां एक…