Thursday, April 18, 2024

Countries

भोजन के संकट से जूझ रहे हैं ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देश

जहां अमीर देशों में भी भूख और आजीविका का संकट रोकने के सरकारी प्रयास विफल होते रहे हैं, दुनिया में यह संकट तेजी से एक आपात स्थिति में बदल रहा है। पश्चिमी देशों के नेता और मीडिया इस विनाशकारी...

आर्थिक तबाही से गुज़रती दुनिया के बीच मस्त मौला बना हुआ है भारत

टर्की की मुद्रा लीरा जीरा हो गई है। डॉलर को सामने देखते ही कांपने लग जाती है। वहां की महंगाई ने छप्पर फाड़ने के बाद आसमान भी नहीं छोड़ा और अब अंतरिक्ष की तरफ निकल गई है। मुद्रा स्फीति...

भाजपा ने कहा वह सर्वधर्म समभाव और संविधान में विश्वास करती है ! 

भाजपा ने एक विज्ञप्ति जारी कर यह कहा है कि, " भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में हर धर्म पुष्पित पल्लवित हुआ है। भारतीय जनता पार्टी सर्वपंथ समभाव को मानती है। किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान भाजपा...

कोरोना के ओमिक्रोन वैरियंट्स को लेकर तमाम राज्यों में अलर्ट, 9 देशों में फैला

कोरोना के दक्षिण अफ्रीकी वैरियंट्स ओमिक्रॉन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ख़तरनाक बताया है और इसे 'बेहद संक्रामक चिंताजनक स्वरूप' करार दिया है। वहीं दुनिया के तमाम देश इसके संक्रमण से बचने को लेकर सतर्क हो गए हैं।...

अब उतर गया है CoP का नकाब

जलवायु परिवर्तन पर स्कॉटलैंड के शहर ग्लासगो में आयोजित वैश्विक सम्मेलन को अब संभवतः इसलिए याद रखा जाएगा कि यहां आकर CoPनाम से बहुचर्चित इस प्रक्रिया से दुनिया के विवेकशील लोगों का पूरा मोहभंग हो गया। इसे इस रूप...

लंदन नये कोरोना वायरस की चपेट में, खतरे को देखते हुए भारत ने लगाई उड़ानों पर रोक

वैश्विक महामारी कोविड-19 के नये खतरनाक वायरस SARS-CoV-2 के फैलाव की सूचना के बाद भारत ने ब्रिटेन से आने जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर 31 दिसंबर, 2020 के मध्य रात्रि तक प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध 22 दिसंबर...

देश की बड़ी आबादी को खाना मयस्सर नहीं और ‘नीरो’ मोर को दाना चुगा रहा है!

देश गंभीर परिस्थितियों से गुजर रहा है। देश के हालात पर कुछ लिखना, कहना और विमर्श करना भी कठिन होता जा रहा है। एक अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है, जो राष्ट्रीय चिंतन और राष्ट्रीय हितों के संरक्षण एवं संवर्धन...

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शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने के बावजूद महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया उथल-पुथल ने सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। भाजपा ने अपने रणनीतिक आक्रामकता से सहयोगी दलों को सीमित किया और 2014 से महाराष्ट्र में प्रभुत्व स्थापित किया। लोकसभा व राज्य चुनावों में सफलता के बावजूद, रणनीतिक चातुर्य के चलते राज्य में राजनीतिक विभाजन बढ़ा है, जिससे पार्टियों की आंतरिक उलझनें और सामाजिक अस्थिरता अधिक गहरी हो गई है।