Tag: death
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डर इस बात का है कि मौत ने घर का रास्ता देख लिया!
महाराष्ट्र पालघर मॉब लिंचिंग पर देश में वो लोग हंगामा कर रहे हैं जिनके हाथ खुद खून से रंगे हैं। जब उत्तर प्रदेश में कथित मांस को लेकर अखलाक की मॉब लिंचिंग हुई थी और उसके बाद थानेदार सुबोध सिंह की भीड़ द्वारा नृशंस हत्या की गयी थी, जब झारखण्ड में कथित बच्चा चोरी और बैटरी…
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तेलंगाना से छत्तीसगढ़ के बीजापुर पैदल लौट रही नाबालिग मज़दूर बच्ची की रास्ते में मौत
रायपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण (Covid-19) से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का साइड इफेक्ट देखने को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में लाखों की तादाद में मजदूरी करने गए मजदूर अब धीरे-धीरे वापस हो रहे हैं। जिन्हें दीगर राज्यों से वापस लाने का राज्य सरकार के पास कोई कार्य योजना नहीं…
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महासंकट की इस घड़ी में क्या देश केरल मॉडल से सीखेगा ?
मुझे केरल के अपने भाई-बहनों से ईर्ष्या होती है ! काश भारत केरल का ही विस्तार होता, शैलजा टीचर हमारी स्वास्थ्यमंत्री और …. केरल आज पूरी दुनिया में चर्चा में है । ग्लोबल एक्सपर्ट्स, मीडिया, बुद्धिजीवी केरल के अनुभव से सबको सीखने की सलाह दे रहे हैं। केरल जहां भारत में सबसे पहले कोरोना ने…
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लॉकडाउन की धज्जियाँ उड़ाते हुए कर्नाटक के कलबुर्गी में आयोजित सिद्धालिंगेश्वर रथ समारोह में हज़ारों ने लिया हिस्सा
नई दिल्ली। भाजपा शासित कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के चितापुर इलाके में गुरुवार को एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ है। जिसमें न केवल लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ायी गयीं बल्कि इस मौक़े पर बरते जाने वाले हर तरह के एहतियात को मज़ाक़ बना कर रख दिया गया। बताया जा रहा है कि सिद्धालिंगेश्वर…
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जब तक सच जूता पहनता है, झूठ पूरी दुनिया का चक्कर लगा आता है
कोरोना अपने साथ अंधविश्वासों का भी पैकेज लेकर आया है। भारत के लगभग सभी हिस्सों में इन दिनों इन्हीं का बोलबाला है। फर्रुखाबाद से लेकर बालोद तक में महिलाएं सिल पर चावल या आटा डालकर बेलन या बट्टा खड़ा कर रही हैं। जिसका बट्टा-बेलन सिल पर खड़ा हो गया, वह मान रहा है कि वह…
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सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखा एक और खत; राशन के दायरे, मात्रा और अवधि को बढ़ाने की मांग की
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर ज़रूरतमंदों को अगले छह महीने तक 10 किग्रा राशन मुहैया कराने की माँग की है। गांधी ने अपने पत्र में कहा है कि इसमें ऐसे लोगों को भी शामिल किया जाना चाहिए जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। सोनिया ने पत्र में राशन…
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बलराज साहनी की पुण्यतिथि पर विशेष: बामकसद और खूबसूरती से जी गई, बेहतरीन जिंदगी
बलराज साहनी एक जनप्रतिबद्ध कलाकार, हिन्दी-पंजाबी के महत्वपूर्ण लेखक और संस्कृतिकर्मी थे। जिन्होंने अपने कामों से भारतीय लेखन, कला और सिनेमा को एक साथ समृद्ध किया। उनके जैसे कलाकार बिरले ही पैदा होते हैं। अविभाजित भारत के रावलपिंडी में 1 मई, 1913 को एक रूढ़िवादी परिवार में जन्मे बलराज साहनी की शुरूआती तालीम गुरुकुल में…