अनेकता में एकता, यह वाक्यांश मैंने तभी सुन लिया था जब मैं स्कूल में पढ़ता था। मैं विजयादशमी के दस दिन पहले से होने वाली रामलीला का आनंद लेता था तो ताजियों के जुलूस का भी। 'वन्दे वीरम्' के...
उर्दू शायरी की जानी-मानी शख़्सियत डॉ मनोहर सहाय 'अनवर' (1900-1974) की रचनाओं को अब 'कलाम-ए-अनवर' में पढ़ा जा सकता है। उनकी चुनिंदा रचनाओं को इस पुस्तक में संकलित किया गया है। डॉ सहाय की रचनाओं का विषय जश्न-ए-आज़ादी, जम्हूरियत,...
दिल्ली विश्वविद्यालय में छह महीने के इंतजार के बाद नए कुलपति की नियुक्ति हो गई है। प्रो. योगेश सिंह कुलपति कार्यालय से अगले पांच साल तक दिल्ली विश्वविद्यालय का संचालन करेंगे। उनके पहले के कुलपति प्रो. योगेश त्यागी अपने...
(लेखक और सांस्कृतिक संगठनों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से मशहूर लेखिका महाश्वेता देवी समेत तीन लेखिकाओं की रनचाओं को निकाले जाने का विरोध किया है। इस सिलसिले में उन्होंने एक साझा बयान जारी किया है। पेश है उनका...
पर्यवेक्षी समिति (Oversight Committee) द्वारा देश की ख्यातिलब्ध लेखिका महाश्वेता देवी की लघुकथा 'द्रौपदी' और दो दलित लेखकों बामा और सुकीरथरिणी की लघुकथा को अंग्रेजी पाठ्यक्रम से हटाये जाने के विरोध में दिल्ली विश्वविद्यालय में आवाज़ उठनी शुरू हो...
नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैनी बाबू के घर पर रेड पड़ने के एक दिन बाद उनकी पत्नी डॉ. जेनी रोवेना ने कहा है कि बगैर किसी दहशत में आए वो कानूनी लड़ाई...
नई दिल्ली। अभी तक सामने आए तथ्यों, तस्वीरों और हालातों के आधार पर यह बात
साबित हो गयी है कि जेएनयू पर यह हमला न केवल पूर्व नियोजित था बल्कि पूरी सोची
समझी रणनीति के साथ किया गया है। हमला करने...
(विगत कुछ दिनों से मैं लगातार डीयू के हिन्दी
विभाग में नए विभागाध्यक्ष (हेड ऑफ डिपार्टमेन्ट- HoD) की
नियुक्ति को लेकर चल रहे तमाशे से रूबरू कराता रहा हूँ। अब पूरी दास्ताँ सुनिए।)
दिल्ली विश्वविद्यालय का हिन्दी विभाग सन 1948 से अस्तित्व...
नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव मामले में दिल्ली के और
प्रोफेसर के घर पर पुणे की पुलिस ने छापा मारा है। प्रोफेसर का नाम हनी बाबू है और
वह डीयू के अंग्रेजी विभाग में पढ़ाते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ यानी
डूटा ने...
नई दिल्ली। आरएसएस जिस तरह देश में सत्ता और संस्थानों पर काबिज है, उसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में सावरकर का बुत दिन दहाड़े समारोहपूर्वक लगाना भी मुश्किल काम नहीं था। संसद में सावरकर का बुत समारोह के साथ ही...
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