जन्मदिन पर विशेष: हिंदी साहित्य के एक ज्वालामुखी थे ओमप्रकाश वाल्मीकि
(30 जून 1950- 17 नवंबर 2013) दोस्तो ! बिता दिए हमने हज़ारों वर्ष इस इंतज़ार में कि भयानक त्रासदी का युग अधबनी इमारत के मलबे [more…]
(30 जून 1950- 17 नवंबर 2013) दोस्तो ! बिता दिए हमने हज़ारों वर्ष इस इंतज़ार में कि भयानक त्रासदी का युग अधबनी इमारत के मलबे [more…]
(ऐतिहासिक तौर पर भारतीय सिनेमा ने जहाँ फ़िल्मों के निर्माण में दलितों के श्रम का शोषण किया है वहीं उनकी कहानियों को मिटाया और हड़पा [more…]
‘महिला उत्पीड़न पर कुछ बोलो, स्वाति दीदी मुँह तो खोलो’ की तख्तियां लेकर कल दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन के नेतृत्व में महिला कंग्रेस कार्यकर्ताओं [more…]
(आज देश सचमुच में वहीं आकर खड़ा हो गया है जिसकी कभी शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने आशंका जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर [more…]
हिंदी साहित्य में साठ के दशक में नई कविता का जो आंदोलन चला, चंद्रकांत देवताले इस आंदोलन के एक प्रमुख कवि थे। गजानन माधव मुक्तिबोध, [more…]
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चित्रकूट जिला प्रशासन से नाबालिग आदिवासी लड़कियों के यौन शोषण मामले में 28 जुलाई तक रिपोर्ट तलब की है। चीफ जस्टिस गोविंद माथुर और [more…]
”मैं केवल देह नहीं मैं जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ पुश्तें और उनके दावे मरते नहीं मैं भी मर नहीं सकता मुझे कोई भी जंगलों [more…]
जब श्रम पूंजी के सापेक्ष उभय पक्ष हो गया है, और सत्ता बेशर्मी के साथ पूंजीवाद के साथ खड़ी है। सृष्टि की रचना से लेकर [more…]