Estimated read time 1 min read
बीच बहस

जन्मदिन पर विशेष: हिंदी साहित्य के एक ज्वालामुखी थे ओमप्रकाश वाल्मीकि

(30 जून 1950- 17 नवंबर 2013) दोस्‍तो ! बिता दिए हमने हज़ारों वर्ष इस इंतज़ार में कि भयानक त्रासदी का युग अधबनी इमारत के मलबे [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

भारतीय सिनेमा और दलित पहचान : फैंड्री ने खोला फिल्मों का नया फ़लक

(ऐतिहासिक तौर पर भारतीय सिनेमा ने जहाँ फ़िल्मों के निर्माण में दलितों के श्रम का शोषण किया है वहीं उनकी कहानियों को मिटाया और हड़पा [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

नाबालिग यौन शोषण मामले में दिल्ली महिला कांग्रेस ने किया दिल्ली महिला आयोग का घेराव

‘महिला उत्पीड़न पर कुछ बोलो, स्वाति दीदी मुँह तो खोलो’ की तख्तियां लेकर कल दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन के नेतृत्व में महिला कंग्रेस कार्यकर्ताओं [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

भगत सिंह जन्मदिवस पर विशेष: क्या अंग्रेजों की असेंबली की तरह व्यवहार करने लगी है संसद?

0 comments

(आज देश सचमुच में वहीं आकर खड़ा हो गया है जिसकी कभी शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने आशंका जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर [more…]

Estimated read time 1 min read
लेखक

चंद्रकांत देवताले की पुण्यतिथिः ‘हत्यारे सिर्फ मुअत्तिल आज, और घुस गए हैं न्याय की लंबी सुरंग में’

हिंदी साहित्य में साठ के दशक में नई कविता का जो आंदोलन चला, चंद्रकांत देवताले इस आंदोलन के एक प्रमुख कवि थे। गजानन माधव मुक्तिबोध, [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

चित्रकूट में आदिवासी नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चित्रकूट जिला प्रशासन से नाबालिग आदिवासी लड़कियों के यौन शोषण मामले में 28 जुलाई तक रिपोर्ट तलब की है। चीफ जस्टिस गोविंद माथुर और [more…]

Estimated read time 3 min read
ज़रूरी ख़बर

बिरसा मुंडा की शहादत दिवस पर विशेष : “नहीं बदली व्यवस्था, बनी हुई है उलगुलान की जरूरत”

”मैं केवल देह नहीं मैं जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ पुश्तें और उनके दावे मरते नहीं मैं भी मर नहीं सकता मुझे कोई भी जंगलों [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

कोरोना काल: भारत में पूंजीवाद और सत्ता का वीभत्स रूप

जब श्रम पूंजी के सापेक्ष उभय पक्ष हो गया है, और सत्ता बेशर्मी के साथ पूंजीवाद के साथ खड़ी है। सृष्टि की रचना से लेकर [more…]