गांधी जयंती विशेष: गांधी दलितों के प्रति ‘कृपालु-दयालु’ सवर्ण मानसिकता के प्रतिनिधि व्यक्तित्व
दलितों के प्रति मानसिकता के मामले में अभी तक तीन तरह के द्विज-सवर्ण हुए और आज भी हैं। पहले वे जो यह मानते रहे हैं [more…]
दलितों के प्रति मानसिकता के मामले में अभी तक तीन तरह के द्विज-सवर्ण हुए और आज भी हैं। पहले वे जो यह मानते रहे हैं [more…]
लंदन से अफ्रीका जाते समय गांधी जी ने किलडोनान कैसल नामक स्टीमर पर सिर्फ उन्नीस दिनों में अपनी मशहूर पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ लिख ली थी। [more…]
इस समय जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है और उनके विचारों की प्रासंगिकता पहले से कहीं ज्यादा [more…]
इस समय सम्पूर्ण देश में इस बात पर बहस जारी है कि सेक्युलरिज्म भारतीय मूल्य है या यूरोपीय है। इस बात पर बहस तमिलनाडु के [more…]
कहा जाता है कि मानव मन हमेशा अपने गुनाहों से भयभीत रहता है जबकि इसके विपरीत निडरता से वही बोल सकता है जिसने गुनाह नहीं [more…]
महात्मा गांधी जिनका आज जन्मदिन है, उन्हें अपने पूरे जीवन में कभी फ़िल्में देखने का अवसर नहीं मिला। शायद एक फ़िल्म ‘रामराज्य’ उन्होंने देखी थी, [more…]
राष्ट्रपिता गाँधी को रवींद्रनाथ टैगोर ने महात्मा कहा और गांधी जी ने उन्हें गुरुदेव की उपाधि दी। टैगोर ने गाँधी जी को महात्मा सिर्फ इसलिए [more…]