हिंदी दिवस विशेष: आधुनिक खड़ी बोली को ‘बभनौटी’ की हिंदी कैसे बनाया गया ?
भाषा के बारे में कहा जाता है कि वह अपने मूल रूप में वह वर्ग, वर्ण, लिंग और धर्मनिरपेक्ष होती है, लेकिन वर्चस्वशाली समूह उसका [more…]
भाषा के बारे में कहा जाता है कि वह अपने मूल रूप में वह वर्ग, वर्ण, लिंग और धर्मनिरपेक्ष होती है, लेकिन वर्चस्वशाली समूह उसका [more…]
भाषा महज संवाद का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज के भौतिक और ऐतिहासिक विकास से गहराई से जुड़ा हुआ है। मनुष्य के अस्तित्व को उसकी [more…]
यह दुर्भाग्य की बात है कि हमारे देश में आजादी के इतने वर्षों बाद ऐसी भाषा नहीं है जो देश के सभी निवासियों द्वारा देश [more…]