फिलहाल तो मोहन भागवत अपनी ही भागवत कथा में फंस गए लगते हैं। मुम्बई में संत रविदास की जयन्ती पर…
देखने वाले की एकांगी दृष्टि का दोष है सावरकर का महिमामंडन
यह एक बहुत दिलचस्प प्रसंग है । हमारे मित्र अजय तिवारी ने फेसबुक पर एक पोस्ट लगाई वीर सावरकर के…
आज़ादी के जश्न से आज भी दूर हैं बापू
15 अगस्त, 1947 को जब देश की आजादी का ऐलान हुआ, वह गाँधी जी के लिए जश्न का दिन नहीं…
बापू के पास है घायल लोकतंत्र की औषधि
बड़ी संख्या में लोग मानने लगे हैं कि भारतीय लोकतंत्र एक संकट के दौर से गुज़र रहा है। लोकतान्त्रिक संस्थाओं…
बहुजन ढो रहे हैं हिंदुत्व की कांवड़
प्रयागराज। बड़े-बड़े बैनरों से सजा डीजे, मालवाहक वैन और ट्रैक्टरों पर निकलने वाली कांवड़ यात्रा सावन के पहले पाख के…
खेला रुकना नहीं चाहिए
बर्बर हत्या की वीडियो खूब फैलायी जा रही है। अपनी तो बांछें खिल गयी हैं। निर्मम हत्या के वीभत्स दृश्यों…
हिन्दुत्व के सबसे सटीक व्याख्याकार निकले एकनाथ शिंदे
कई बार ढेर सारी शास्त्रीय कोशिशें, कई ग्रन्थ, अनेक परिभाषाएं और उनकी अनेकानेक व्याख्यायें भी साफ़ साफ़ नहीं समझा पातीं…
बस्तर का बहिष्कृत भारत-3: धर्मान्तरण बनाम घर वापसी
छत्तीसगढ़ के दक्षिण में स्थित बस्तर संभाग में आज “धर्मान्तरण बनाम घर वापसी” का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। देश…
क्या प्रशांत किशोर कांग्रेस को हिंदुत्व से लड़ने के लिए तैयार करेंगे ?
आखिरकार प्रशांत किशोर को 2024 के चुनावों में कांग्रेस को उबारने की जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। कई चुनावों में उन्होंने…
रामनवमी पर निकली शोभा यात्राओं का दूर-दूर तक नहीं था राम से रिश्ता
रामनवमी पर आयोजित भव्य शोभा यात्राओं ने आनंदित कम चिंतित अधिक किया। इनके विषय में लिखने से पहले गहन आत्मचिंतन…