Tag: india
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अविश्वास प्रस्ताव से INDIA को क्या मिला?
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान INDIA गठबंधन में शामिल अधिकांश विपक्षी नेताओं ने बार-बार यह स्पष्ट किया कि उन्हें ऐसा कोई भ्रम नहीं है कि इस प्रस्ताव के जरिए वे नरेंद्र मोदी सरकार को गिरा देंगे। उन्होंने जोर दिया कि अगर प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर मामले में सदन में आकर बयान देने पर…
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जम्मू-कश्मीर की संप्रभुता का भारत को समर्पण बिना शर्त और पूर्ण था: सुप्रीम कोर्ट
अनुच्छेद 370 मामले में चल रही सुनवाई के पांचवें दिन सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने मौखिक रूप से कहा कि जम्मू-कश्मीर की संप्रभुता का भारत को समर्पण बिना शर्त और पूर्ण था। पीठ ने आगे यह भी रेखांकित किया कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में कानून बनाने की शक्तियों के संदर्भ में भारतीय संसद पर…
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मोदी ने खोया आकर्षण, ‘इंडिया’ का मुकाबला करने के लिए RSS सांप्रदायिक नफरत फैलाने में जुटा
2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक आठ महीने पहले भाजपा उसी संगठनात्मक और राजनीतिक संकट का सामना कर रही है, जिसका सामना कांग्रेस ने 2014 के आम चुनाव से पहले किया था। हालांकि, एक बहुत महत्वपूर्ण अंतर है। जहां 2014 में कांग्रेस के पास समर्थन के लिए कोई तंत्र नहीं था, वहीं इस बार भाजपा…
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स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव से ही हो सकती है 2024 में विपक्ष की जीत की गारंटी!
2024 में आम चुनाव का स्वतंत्र और निष्पक्ष होना भारत में राजनीतिक लोकतंत्र के भविष्य को तय करने वाला बड़ा कारक बनेगा। एनडीए बनाम इंडिया प्रतिद्वंदिता भी भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार इतने कांटे की टक्कर होने जा रही है, जिसकी कल्पना अभी तक नहीं की गई थी। 2019 की तुलना परिस्थितियां नाटकीय…
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‘इंडिया’ की अगली बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को
नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की तीसरी बैठक जो महाराष्ट्र में होनी थी अब उसकी तारीख भी आ गयी है। यह बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होगी। बैठक में गठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं के भाग लेने की संभावना है। इसके साथ ही कुछ और दल भी शामिल हो…
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आजादी के पहले का भारत समझना है तो प्रेमचंद, आजादी के बाद का भारत समझना है तो परसाई को पढ़ें
इंदौर। आजादी के पहले का हिंदुस्तान समझने के लिए प्रेमचंद को पढ़ना जरूरी है। अंग्रेजों और उनसे पहले मुगलों ने भी भारत को समझने के लिए तत्कालीन साहित्य का अध्ययन किया था। प्रेमचंद ने कहा था कि “हमें हुस्न का मेयार बदलना है”। ये विचार प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय सचिव विनीत तिवारी ने व्यक्त…
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नाम बदलने की सनक में नेता देश को दुनियाभर में बदनाम न कर दें
अंग्रेजी दासता से मुक्ति से पूर्व की बेला में नए भारत के संविधान निर्माण में जुटे स्वतंत्रता सेनानियों ने एक-एक शब्द लिखने से पहले बहुत सोच-विचार किया होगा। इस बात का अंदाजा अब 2023 में बहुत से भारतीयों को हो रहा होगा। संविधान के प्रमुख वास्तुकार, बाबा भीमराव आंबेडकर संभवतः भारत के भविष्य की आहट…