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राजनीति

मोदी जी, याद रखिए मनमोहन सिंह के लिए आप ने जो रास्ता तैयार किया है, वह आप तक जाता है!

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नेतृत्व जब बौना हो तो फैसले इसी तरह के होते हैं। फिर अन्याय, उत्पीड़न और हर किस्म के अत्याचार के लिए रास्ता खुला रहता है। [more…]

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राज्य

छत्तीसगढ़ में माकपा का राज्य सम्मेलन संपन्न, आदिवासी पृष्ठभूमि के बाल सिंह नये सचिव निर्वाचित

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रायपुर। “मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और समानता की पक्षधर है। हमारी पार्टी ही है, जो पूरी ताकत से आरएसएस-भाजपा की सांप्रदायिकता और [more…]

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ज़रूरी ख़बर

जस्टिस शेखर यादव की नियुक्ति को लेकर पहले ही चंद्रचूड़ ने चेताया था

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नई दिल्ली। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शेखर कुमार यादव, जो मुसलमानों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियों और समान नागरिक संहिता के समर्थन के कारण आलोचनाओं [more…]

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राजनीति

जब न्यायाधीश ही हत्यारों की अगुवाई करने लगे!

संविधान ही नहीं अब समय देश बचाने का है। पिछले दस सालों में इस सरकार ने देश को जो जख्म दिए हैं अब वे मवाद [more…]

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राज्य

भाकपा-माले के जांच दल ने हत्या की घटना में गोरखपुर का दौरा किया, पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की

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लखनऊ। भाकपा-माले के जांच दल ने गोरखपुर में गीडा थाना क्षेत्र के अमटौरा गांव का दौरा किया। सामंती दबंगों ने गत दो दिसंबर को गांव [more…]

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ज़रूरी ख़बर

अडानी घोटाले का असर: राजीव जैन की जीक्यूजी पार्टनर्स को निवेशकों ने लगाई बड़ी चपत

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नई दिल्ली। अडानी समूह पर लगे अमेरिकी जस्टिस विभाग के आरोपों का असर अब कंपनी के विदेशी निवेशकों पर पड़ने लगा है। स्विस निवेशक हाउस [more…]

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बीच बहस

देश के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर डीवाई चंद्रचूड़ ने न्याय को निराश ही किया है 

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लगभग एक दशक से आम नागरिकों के एक बड़े वर्ग के भीतर यह भावना बनी हुई है कि देश में तानाशाही की प्रवृत्ति बढ़ रही [more…]

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बीच बहस

न्यायपालिका और हिन्दुत्व वर्चस्ववादी परियोजना 

दुनिया में जनतंत्र पर मंडराते खतरों की तरफ हाल के समय में बार-बार लिखा गया है। जानकारों ने इस बात को साफ किया है कि [more…]

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बीच बहस

संविधान की विरासत को नहीं बचा सके उसके वारिस

एक समय था, जब डॉ. अम्बेडकर हों या यहां तक कि लोहिया हों, सभी लेखन, बहस और प्रकाशन के जरिये अपनी राजनीति और वैचारिकता के [more…]

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बीच बहस

भारतीय समाज व सत्ता के लोकतांत्रिक होने की चुनौतियां और सामाजिक न्याय का सवाल

हमारे समाज और साहित्य में समता और सामाजिक न्याय के विचारों और मूल्यों की मौजूदगी काफी पहले से रही है। अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ [more…]