लोहिया की प्रासंगिकता और उनसे जुड़े सवाल
महापुरूषों की स्मृति और मूल्यांकन से ही कोई समाज ऊर्जा ग्रहण कर निखर सकता है। गांधी जी के बाद डॉक्टर राममनोहर लोहिया ही सबसे प्रखर [more…]
महापुरूषों की स्मृति और मूल्यांकन से ही कोई समाज ऊर्जा ग्रहण कर निखर सकता है। गांधी जी के बाद डॉक्टर राममनोहर लोहिया ही सबसे प्रखर [more…]
वीरेन्द्र यादव की फेसबुक वॉल पर जाति और वर्ग के बारे में डा. लोहिया के विचार के एक उद्धरण* के संदर्भ में : जाति हो [more…]
आज 17 मई 2021 को कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के भारत में गठन के 87 वर्ष हो रहे हैं। यदि कोरोना काल नहीं होता [more…]
बिहार के, अब सिर्फ नाम भर के, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फतवा जारी किया है कि अब जो भी किसी धरना, चक्का जाम या किसी [more…]
राम मनोहर लोहिया ने आजाद भारत में सत्ता से सवाल पूछना सिखाया और सत्ता के खिलाफ रहकर भारतीय राजनीति के साथ भारतीयों के मन-कर्म पर [more…]
अगर माखनलाल चतुर्वेदी एक भारतीय आत्मा थे तो डॉ. राममनोहर लोहिया एक बेचैन भारतीय आत्मा थे। वे चाहते थे कि इस देश की जनता भीतरी [more…]
देश में चारों तरफ आफत है। सर्वत्र अशांति। आज पीएम मोदी का जन्म दिन भी है और देश के युवाओं का बेरोजगार दिवस भी। यह [more…]
बिहार की राजनीति के सबसे उथल-पुथल वाले दौर में अपने को टिकाए रखने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह की मौत के साथ समाजवादी राजनीति का एक [more…]
आखिरकार आंदोलनरत लेबनान की अवाम ने सरकार को उखाड़ फेंका। लोहिया ने ठीक ही कहा था कि जिंदा कौमें पांच साल इंतज़ार नहीं करतीं। देश [more…]
अगस्त क्रांति के नाम से मशहूर और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में मील का पत्थर माने जाने वाले भारत छोड़ो आंदोलन की 78वीं [more…]