गाह गांव के बेटे ‘मोहना’ की मौत से जन्म भूमि भी शोकाकुल

भारत देश के अत्यंत लोकप्रिय प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पाकिस्तान के झेलम जिले के गाह गांव में 26 सितम्बर 1932…

मनमोहन सिंह की नीतियां विकास की मजबूरी थी या पूंजीवादी व्यवस्था की ज़रूरत?

हमारी भी बड़ी मजबूरी है क्योंकि अन्ना आन्दोलन से पहले ही हम जैसे लोग जो हर सरकार में सदा स्थायी…

मतदाताओं की विवेक-सम्मत रणनीतिक समझदारी ‎महत्वपूर्ण है

लोकतंत्र में चुनाव से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं होता है। जीवन की तरह चुनाव में भी महत्वपूर्णता का आधार…

भारत के बारे में आशावाद उसकी सामाजिक समरसता पर आधारित है: मनमोहन सिंह

(जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है…

भारत में बुलेट ट्रेन: मनमोहन सिंह के सपने पर मोदी के पंख

भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना अपने नाम के अनुरूप गोली की माफिक चलने के बजाय जटिल परिस्थितियों के कारण कछुआ…

‘करगिल के खलनायक’ ने क्या सचमुच भारत-पाक शत्रुता को खत्म करना चाहा था?

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और अपने दौर के ‘सर्व-शक्तिमान’ परवेज मुशर्रफ का इंतकाल पाकिस्तान से बहुत दूर दुबई के एक…

राजनीतिक अर्थशास्त्र के आईने में भारतीय अर्थव्यवस्था का संकट

भारत की अर्थव्यवस्था जिस हालात में पहुंच चुकी है, उसे अब कई सारे नाम दिये जा रहे हैं। लेकिन, इस…

हिंदुत्व की गिरफ्त में फंसे भारत से क्या उम्मीद करें अफगान ?

अफगानिस्तान के लोग वास्तविक संकट से जूझ रहे हैं। अमेरिका और नाटो देशों ने उनके भविष्य को तालिबान के हाथों…

सच्चर कमेटी की सिफारिशों के ख़िलाफ़ भगवा संगठन ने दायर की सुप्रीम कोर्ट में याचिका

हिंदू राष्ट्रवाद के बढ़ते आक्रमण के साथ-साथ सामाजिक न्याय की सारी नीतियों, योजनाओं और क़ानूनों को तिलांजली दे दी जा…