"आपने हमें भेड़ियों के आगे फेंक दिया।” बंटवारे की खबर मिलने के बाद, यह गंभीर और कड़ी प्रतिक्रिया, थी सरहदी गांधी, खान साहब अब्दुल गफ्फार खान, यानी बादशाह खान की। यह वाक्य उन्होंने किसी और से नहीं, बल्कि महात्मा...
इस समय जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है और उनके विचारों की प्रासंगिकता पहले से कहीं ज्यादा महसूस की जा रही है, तब भारत में सत्ताधारी जमात से जुड़ा वर्ग गांधी...
वीडी सावरकर पर एक और विवाद कि, उन्होंने गांधी जी के कहने पर अंग्रेजों से माफी मांगी थी, उदय माहुरकर और चिरायु पंडित की किताब, द मैन हू कुड हैव प्रिवेंटेड पार्टीशन, वीर सावरकर, के विमोचन के अवसर पर...
आज़ादी के लिये संघर्ष करते देश को 'हिंदू राष्ट्र' की अवधारणा देकर देश को बंटवारे और समाज को नफ़रती सांप्रदायिक विभाजनवादी मानसिकता में धकेलने वाले माफ़ी वीर विनायक दामोदर सावरकर को लेकर भाजपा और आरएसएस जब तब उल्टियां करते...
भारत का बंटवारा 20 वीं सदी की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक था। बंटवारे के दौरान जितनी बड़ी संख्या में लोगों की जानें गईं और जिस बड़े पैमाने पर उन्हें अपने घर-गांव छोड़कर सैकड़ों मील दूर अनजान स्थानों...
आरएसएस ने अपने को आज़ादी की लड़ाई से सिर्फ अलग ही नहीं रखा, बल्कि आजादी के लिए बलिदान करने वाले लोगों की तिरस्कारपूर्वक खिल्ली भी उड़ाई। संघ की निगाह में ऐसे लोग बहुत ऊंचा स्थान नहीं रखते। संघ का...
जो आपदा में कमाई और लूट के अवसर ढूंढ सकते हैं, अकाल मौतों को छुपाने में राहत महसूस कर सकते हैं, बर्बादी और विनाश में आह्लाद देख सकते हैं वे भला उत्सव और समारोहों के मौकों को भी त्रासद और विभाजन का...
मोदी ने अब से चौदह अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस घोषित करवा दिया है। ये सोच रहे हैं कि इस बहाने हमें हर साल भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार बता कर मुसलमानों और कांग्रेसियों को गाली देने...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 74 वर्ष पुरानी भारत-विभाजन की विभीषिका तो याद है और और वे देशवासियों को भी हर साल उस विभीषिका की 'समारोहपूर्वक’ याद दिलाना चाहते हैं, लेकिन चार महीने पहले ऑक्सीजन की कमी से मरते लोग...
वैसे निर्लज्जता की कोई सीमा नहीं होती है। यह बात कल प्रधानमंत्री मोदी की उस पहल से समझ में आयी जिसमें उन्होंने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का उपक्रम किया। अब इसे क्या कहा जाए जिसकी पूरी नींव ही...