Tag: philosophy
विश्वगुरु के नारे के बीच कंगाल होते राज्यों की दशा बेहद डरावनी है
भाजपा वाले ही नहीं, संघ वाले भी और खुद प्रधानमंत्री मोदी भी यह कहते नहीं थक रहे कि आने वाला कल भारत का है। यहां [more…]
सत्य के बरक्स झूठ का भीमकाय बनना
महात्मा गांधी ने एक बार कहा था, “सत्य ही ईश्वर है”। सत्य शब्द का प्रयोग कई अर्थों में किया जाता है। एक अर्थ में वह [more…]
जयंती पर विशेष: संत रविदास की दार्शनिक चेतना
दर्शन अपने आप में अति व्यापक और गूढ़ शब्द है। दुनिया भर में दर्शन और फिलॉस्फी को अपने-अपने ढंग से व्याख्यायित किया गया है। आमतौर [more…]
सत्ता ‘रंग-नुमाइश’ कराती है, ताकि रंगकर्म का विचार मर जाए!
रंगकर्म माध्यम है, यह सोचने या मानने वाले अधूरे हैं। वो रंगकर्म को किसी शोध विषय की तरह पढ़ते हैं या किसी एजेंडे की तरह [more…]
‘शिक्षक दिवस’ और सर्वपल्ली राधाकृष्णन के गौरव-गान के मायने
कहते हैं कि इतिहास एक ‘ट्रेचरस टेरेन’ है जहां बतायी जाने वाली चीजें कम होती हैं और छिपाई गई या तोड़-मरोड़कर बतायी जाने वाली चीजें [more…]
फेसबुक फ्रैंड्स हैं या आईटी सेल के एजेंट?
कुछ दिन पहले एक नामचीन गांधीवादी लेखक इस बात पर परेशान रहे कि फेसबुक उनकी पोस्टों को कम्युनिटी स्टैंडर्ड के खिलाफ मानकर उनके एकाउंट का [more…]
अथातो चित्त जिज्ञासा- भाग 4: मनोविश्लेषण का अपना नया सामाजिक संदर्भ
अथातो चित्त जिज्ञासा- भाग 4 (जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित aएक विमर्श की प्रस्तावना) (4) मनोविश्लेषण का अपना नया सामाजिक संदर्भ मानव [more…]
अथातो चित्त जिज्ञासा-3: भारतीय तंत्र शास्त्र से मिलता है फ्रायड का दर्शन शास्त्र
(जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित एक विमर्श की प्रस्तावना) जो भी हो, यहां हमारा विषय दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र या क्रांति का विज्ञान भी [more…]
जयंती पर विशेष: तत्वदर्शी संत रविदास, यानी एक समाज वैज्ञानिक रविदास
मनुष्य जब गहरी चिंतन-प्रक्रिया से गुज़रते हुए चेतना के साथ उच्चतर होता जाता है, तब उसकी आत्मा, उस परम सत्य का अहसास करती है, जिससे [more…]
नास्तिक, गे, लेस्बियन और थर्ड जेंडर भी सीएए-एनआरसी के खिलाफ़ सड़कों पर
दिल्ली के सोमांश सैनी नास्तिक हैं और वो एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। सोमांश का कहना है कि एनआरसी में जो नास्तिक माइनारिटी [more…]