Wednesday, March 29, 2023

poverty

सुशांत की लाश पर बिहार में बिछ रही है वोटों की बिसात

बिहार का चुनाव भूख, गरीबी, शिक्षा, इलाज, बाढ़, कोरोना या फिर लॉकडाउन में बिहारी मजदूरों के रिवर्स पलायन पर नहीं लड़ा जाएगा। यह चुनाव सिर्फ़ सुशांत सिंह राजपूत की लाश पर राजनीति करके लड़ा जाएगा। बिहार की चुनावी रणनीति...

जन्मदिवसः गरीबों-मजदूरों को अंधेरे में संघर्ष की राह दिखाते हैं शैलेंद्र के गीत

भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) ने देश को कई शानदार कलाकार, गीतकार और निर्देशक दिए। शैलेंद्र भी ऐसे ही एक गीतकार हैं, जिनकी पैदाइश इप्टा से हुई। इप्टा ने उन्हें नाम-शोहरत दी और इसके जरिए ही वे फिल्मी दुनिया...

औरंगाबाद में दलितों पर सामंती हमले के खिलाफ माले ने किया राज्यव्यापी प्रतिवाद

पटना। औरंगाबाद में दलित और गरीबों की बस्ती पर सामंती अपराधियों के जानलेवा हमले के खिलाफ भाकपा माले ने पूरे बिहार में विरोध-प्रदर्शन किया। इसी महीने 21 अगस्त को औरंगाबाद के दाउदनगर के अंछा में राजपूत जाति के सामंती...

सरकार अमीरों को मुफ्त में जहाज से घर पहुंचा आई और गरीब पैदल यात्रा पर

एक तिहाई आबादी सदा पाखंड यात्राओं और पाखंड के अड्डों पर भटकती रही। लाख समझाओ मगर बुद्धिहीनों की भीड़ कहां समझने वाली है। हर प्राकृतिक आपदा के समय लुटेरे मुनाफाखोरी, कालाबाजारी पर उतर जाते हैं और धर्मखोर हालात सुधरने...

झारखंड में भूख और गरीबी से एक और मौत

झारखंड में भूख और गरीबी से हो रही मौतें जारी है। सरकार बदल गई, लेकिन जनता के प्रति प्रशासनिक अफसरों की स्थिति जस की तस है। जब भी कहीं भूख और गरीबी से मौत होती है, तो सबसे पहले...

झारखंडः हाशिये के लोगों को ध्यान में रखकर बनाया जाए बजट

झारखंड में आने वाले आगामी बजट पर रांची के एचआरडीसी में सामाजिक संगठनों द्वारा दो दिवसीय परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा का आयोजन दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन-एनसीडीएचआर और भोजन के अधिकार अभियान के द्वारा किया गया। परिचर्चा में...

दिल्ली चुनाव में बेघरों का मुद्दा क्यों नहीं

जनवरी जाने को है। देश भर में बारिश के बाद ठंड वापस अपनी रंगत पर है। जमीन गीली, आसमान गीला, हवाएं गीली। एक गीली ठंडी सुबह मैं दिल्ली के चक्कर लगाता हूं। कनॉट प्लेस सेंट्रल पार्क, जंतर मंतर, मंडी...

सरकार के संरक्षण में हो रही आदिवासियों के वनोपज की लूट

रायपुर (बस्तर)। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में प्रकृति ने आदिवासियों को इतनी संपदा दी है, जिसका उचित मूल्य ही अगर सरकार देती है तो आदिवासियों का आर्थिक आधार मजबूत हो जाएगा। जिसमें न तो लागत है और न ही प्रकृतिक...

सरकारी खजाने में सबसे ज्यादा पैसा देने वाले सोनभद्र और मिर्जापुर के लोग खा रहे हैं घास, पत्तियां और चकवड़

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली विशिष्ट इलाके रहे हैं। यह इलाका संघर्ष और जनांदोलन का विभिन्न स्वरूप अख्तियार करता रहा है। इनमें से दो जिलों सोनभद्र और चंदौली को भारत सरकार के नीति आयोग ने देश के सर्वाधिक पिछड़े जिलों के रूप में...

सुनो सरकार! कब करोगे गरीबों का उद्धार?

मयस्सर नहीं उसे दो कौर निवाले, गर्मी हो बरसात हो या पड़े पाले वो छांव ढूंढता है,वो ठांव ढूंढता।  कैसे कहूं की देश आजाद है मेरा, गरीबी ने उसके पांवों में डाल दिये ताले।। ये चार लाइन की पंक्तियां मेरे मन के उदगार हैं...

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पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों का कोल्हान आदिवासियों के खिलाफ बर्बर युद्ध अभियान

रांची। झारखंड का कोल्हान वन क्षेत्र में इन दिनों युद्ध सा माहौल बना हुआ है। खासकर 1 दिसम्बर 2022...