विरसम द्वारा प्रकाशित और पी अरविंद और बी अनुराधा द्वारा संपादित किताब ‘वियुक्का’ जिसका गोंडी में अर्थ है ‘सुबह का…
पूजा स्थल अधिनियम: सुप्रीम कोर्ट ने कहा-अगली सुनवाई तक कोई नई याचिका नहीं और न ही कोई कार्यवाही
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को देश की निचली अदालतों को पूजा स्थलों के मालिकाने को चुनौती देने वाली…
धर्मग्रंथों की समीक्षा का ऐलान कर क्या दिखाना और क्या छिपाना चाहते हैं, मोहन भागवत
‘जाति भगवान ने नहीं, पंडितों ने बनाई है’ जैसे बयान के बाद इत उत खड़ा हुआ तूमार अभी थम भी…
एकाकीपन के सौ वर्षः गार्सीया मार्केस की महान् कृति
कोलम्बिया के नोबेल विजेता उपन्यासकार-पत्रकार गाब्रिएल गार्सीया मार्केस का वन हंड्रेड इयर्स आॉफ सॉलिट्यूड एक विश्व-प्रसिद्ध उपन्यास है, जो सिर्फ…
आधे सफर का हमसफरः वे कहानियां जिन्हें प्रकाशित नहीं किया जाना चाहिए था
‘लोग इन कहानियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। सच कहूं तो ये मुझसे भी बर्दाश्त नहीं हो रही हैं। ये वे…
बाबा साहेब के गहरे वैचारिक पक्षों को सामने लाती है ‘….आंबेडकर एक जीवनी’
डॉ. भीम राव आंबेडकर के व्यक्तित्व और उनके अवदान को लेकर भारत के बौद्धिक वर्ग में आम तौर पर दो…
कोरोना काल में मेहनतकशों की त्रासदी का जिंदा दस्तावेज है ‘1232 किमी’
गुलज़ार साहब की कुछ चंद लाइनों से शुरू हुई ये किताब आपको इन लाइनों से ही किताब का सार समझा…
किताब समीक्षा: प्रगतिशील आंदोलन पर गंभीर चर्चा करने वाली किताब है ‘तरक़्क़ीपसंद तहरीक की रहगुज़र’
जाने-माने लेखक, समीक्षक और समकालीन समस्याओं पर समान रूप से कलम चलाने वाले पत्रकार जाहिद खान की हाल ही में…
खोई हुई परंपरा को सामने लाना स्त्रीवादी आलोचना की जिम्मेदारी
हिंदी साहित्य का इतिहास लिखे जाने के क्रम में महिला साहित्यकारों और उनके साहित्य की कई तरह से अनदेखी होती…
किताब समीक्षा: कविता की जनपक्षधरता पर शैलेंद्र चौहान की नज़र
शैलेंद्र चौहान बुनियादी तौर पर कवि हैं उन्होंने कुछ कहानियां और एक उपन्यास भी लिखा है। लघु पत्रिका ‘धरती’ का एक लंबे…