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सैकड़ों बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ में युद्ध विराम लागू कर नक्सलियों से बातचीत के लिए जारी की अपील
(छत्तीसगढ़ के बस्तर समेत उससे सटे तमाम जंगली इलाकों में केंद्र सरकार ने ‘कगार अभियान’ छेड़ा हुआ है। जिसका लक्ष्य नक्सलियों को जड़ से खत्म [more…]
मानहानि मामले में सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर दिल्ली में गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को गिरफ्तार कर लिया। क्योंकि उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल (एल-जी) वीके सक्सेना द्वारा दायर [more…]
नेपथ्य का नायक : अनिल चौधरी की स्मृति में
‘’दोस्तो अब मंच पर सुविधा नहीं है / आजकल नेपथ्य में संभावना है…’’ हिंदी के लोकप्रिय कवि दु्ष्यन्त कुमार जिस जमाने में ये पंक्तियां कह [more…]
‘बदलो बिहार महाजुटान’ में सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के साथ कई बहुजन संगठन करेंगे हिस्सेदारी
पटना। भाकपा-माले की अगुआई में जनांदोलनों के साझा आह्वान पर 2 मार्च को पटना के गांधी मैदान में आयोजित हो रहे ‘बदलो बिहार महाजुटान’ में [more…]
शहीद जगदेव बाबू: वर्ण-जातिवादी समाज में सच्ची वर्गीय-मार्क्सवादी दृष्टि सम्पन्न चिंतक-विचारक और शहीद
मेहनतकश बहुजन समाज में 2 फरवरी, 1922 को जन्मे जगदेव प्रसाद जितने बड़े क्रांतिकारी नेता और संगठनकर्ता थे, उतने ही बड़े चिंतक-विचारक भी थे। वे [more…]
उदारवादी-दक्षिणपंथी मध्यवर्ग का तो समझ में आता है- खुद को वामपंथी और आंबेडकरवादी कहने वालों को क्या हो गया है? संदर्भ मनमोहन सिंह
सोशल मीडिया में मनमोहन सिंह की किन शब्दों में और कितना चढ़-बढ़कर तारीफ किया जाए, इसमें उदारवादियों-दक्षिणपंथियों की होड़ तो समझ में आती है, लेकिन [more…]
छत्तीसगढ़ में माकपा का राज्य सम्मेलन संपन्न, आदिवासी पृष्ठभूमि के बाल सिंह नये सचिव निर्वाचित
रायपुर। “मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और समानता की पक्षधर है। हमारी पार्टी ही है, जो पूरी ताकत से आरएसएस-भाजपा की सांप्रदायिकता और [more…]
संविधान की विरासत को नहीं बचा सके उसके वारिस
एक समय था, जब डॉ. अम्बेडकर हों या यहां तक कि लोहिया हों, सभी लेखन, बहस और प्रकाशन के जरिये अपनी राजनीति और वैचारिकता के [more…]
भारतीय समाज व सत्ता के लोकतांत्रिक होने की चुनौतियां और सामाजिक न्याय का सवाल
हमारे समाज और साहित्य में समता और सामाजिक न्याय के विचारों और मूल्यों की मौजूदगी काफी पहले से रही है। अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ [more…]
यूजीसी ने फिर बदला शिक्षण संस्थाओं में योजना का नाम, अकादमिक जगत के लोगों ने की आलोचना
नई दिल्ली। वंचित तबकों के खिलाफ एक एजेंडा संचालित करने का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने ‘सोशल बहिष्करण’ को ‘सोशल समावेश’ के जरिये [more…]