Friday, April 19, 2024

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पुण्यतिथि पर विशेष: नेहरू ने अपनी जिंदगी के साढ़े नौ साल बिताए जेल में     

                                   सोशल मीडिया पर यह बात भी गाहे बगाहे कही जाती है कि जवाहरलाल नेहरू को किसी नियमित जेल में नहीं बल्कि आरामदायक डाक बंगले में रखा जाता था। उन्हें ब्रिटिश सरकार विशेष सुविधा देती थी। यह बात सच नहीं...

इतिहास के पथ पर एक स्थाई लैंडमार्क हैं मार्क्स

आज कार्ल मार्क्स का जन्मदिन है। विश्व के वैचारिक इतिहास में कार्ल मार्क्स एक ऐसी प्रतिभा हैं जिन्होंने समाज और विकास की धारा बदल दी। मार्क्स के सिद्धांतों और विचारधारा का प्रभाव दुनियाभर के सभी विचारों पर पड़ा और...

चरमराती अर्थव्यवस्था भी मोदी सरकार की सेहत पर नहीं डाल पा रही है फर्क

कीचड़ में कमल खिलने से कीचड़ जैसे कमल नहीं हो जाता है वैसे ही देश और राज्यों में कमल खिलने से सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक दशाएं खिल गई हों ऐसा पी चिदंबरम जी नहीं मानते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री...

अम्बेडकर को देवता बनाकर उनके सिद्धांतों को दरकिनार करने की साजिश

पिछले सालों की तरह इस साल भी विभिन्न राजनैतिक दलों और संगठनों ने 14 अप्रैल को जोर-शोर से अम्बेडकर जयंती मनाई। पिछले कुछ दशकों से लगभग सभी राजनैतिक दलों में सामाजिक न्याय के इस प्रतिबद्ध हिमायती के प्रति जबरदस्त...

रामनवमी पर निकली शोभा यात्राओं का दूर-दूर तक नहीं था राम से रिश्ता

रामनवमी पर आयोजित भव्य शोभा यात्राओं ने आनंदित कम चिंतित अधिक किया। इनके विषय में लिखने से पहले गहन आत्मचिंतन करना पड़ा। स्वयं पर नकारात्मक, निन्दाप्रिय और छिद्रान्वेषी होने का आरोप लगाया। मित्रों, शुभचिंतकों और बुद्धिजीवियों के अनेक कथनों...

हुकूमतें अधिकार की चेतना को नष्ट कर बहुजनों में भिखारी चेतना कर रही हैं विकसित

भागलपुर। बहुजन दृष्टि का मूल तत्व समानता, बराबरी व आजादी है। बहुजन दृष्टि सोशल इंजीनियरिंग का पर्याय नहीं है। सोशल इंजीनियरिंग के जरिए सामाजिक न्याय और बदलाव की राजनीति आगे नहीं बढ़ सकती है। सोशल इंजीनियरिंग के जरिए सामाजिक...

हिंदी प्रकाशक चुरा रहे हैं लेखकों की मेहनत की कीमत

हिंदी के अप्रतिम लेखक विनोद कुमार शुक्ल के ऑडियो और वीडियो से उनके प्रकाशकों द्वारा उनका शोषण किये जाने की घटना के रहस्योद्घाटन से हिंदी जगत का एक हिस्सा काफी हद तक हतप्रभ है और उसने सोशल मीडिया पर...

लखनऊ: ईलाज ने बना दिया कर्जदार, आयुष्मान कार्ड तक नहीं हुआ नसीब

लखनऊ। ठीक एक दिन पहले मेरे पास सामाजिक कार्यकर्ता कमला जी का फोन आता है,  आठ मार्च को मेरी व्यस्तता के बारे में पूछने के लिए.... अब महिला दिवस है तो शहर में कई जगह कार्यक्रम होंगे ही, मैंने...

गुजरात:भरवाड़ हत्या को सांप्रदायिक रूप देकर ग्रामीण इलाकों में बीजेपी करना चाहती है विस्तार

अहमदाबाद। धंधुका, अहमदाबाद जिले की एक तहसील है, जिसका एक हिस्सा सौराष्ट्र प्रांत में लगता है। ग्यारहवीं और बारहवीं सदी के मध्य में राजा धाना मेर ने धानापुर की स्थापना की थी। धंधुका की दूरी अहमदाबाद शहर से 105...

काशी विश्वनाथ धाम कोरिडोर: धर्म क्षेत्र का कारपोरेटीकरण

प्रथमचरण 30 वर्ष पहले उदारीकरण निजीकरण और वैश्वीकरण की नीतियां भारत में लागू की गईं। जहां से भारत के विविध क्षेत्रों का निजीकरण यानी कॉरपोरेटाइजेशन शुरू हुआ। पहली प्राथमिकता थी कि इन नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए अब तक...

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मोदी की गारंटी: भाजपा की जगह मोदी, लोकतंत्र की जगह तानाशाही

मतदान की शुरुआत होने में जब महज पांच दिन बचे थे तब कहीं जाकर मौजूदा सत्ता पार्टी भाजपा ने...