Saturday, April 20, 2024

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तथ्यों से परे है कच्चाथीवु पर विवाद और नेताओं की बयानबाजी 

एक वक्त था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण तट के दोनों ओर मछुआरों के मुद्दों का समाधान चाहते थे। कम से कम 2015 में अपनी श्रीलंका की आधिकारिक यात्रा के दौरान तो उन्होंने यही बताया और जताया था। इस...

कच्चाथीवु पर श्रीलंका के पूर्व राजनयिक: अगर भारत समुद्री सीमा पार करता है तो इसे संप्रभुता का उल्लंघन माना जाएगा

नई दिल्ली। आखिर जिस बात की आशंका थी वही हुआ। श्रीलंका के एक पूर्व राजनयिक ने कच्चाथीवु मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त रहे आस्टिन फर्नेंडो ने कहा कि बीजेपी भले ही इसे...

विदेश नीति के नाम पर पीएम मोदी का तमाशा, भारत के खिलाफ एकजुट हो रहे पड़ोसी देश

विदेश में जाकर अपने ही नागरिकों के सामने आत्ममुग्ध होकर स्वदेशी एनआरआई के दान और सरकारी धन से, एक बढ़िया इवेंट को संबोधित करना एक निजी डंका वादन तो हो सकता है, पर वह कोई सार्थक कूटनीति या विदेश...

श्रीलंकाः आईएमएफ के खिलाफ श्रमिकों का मोर्चा

श्रीलंका में श्रमिक वर्ग ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एजेंडे को सीधी चुनौती दी है। यह संघर्ष कहां तक जाएगा, अभी कहना मुश्किल है। क्या इससे विभिन्न विकासशील देशों में आईएमएफ की भूमिका लेकर कोई बड़ी बहस खड़ी...

कट्टरता विनाश लाती है!

पाकिस्तान में एक ऐसी ट्रेन चलती है जिससे वहां के संपन्न लोग ही यात्रा करते हैं। पाकिस्तान की अपनी यात्रा के दौरान मैंने भी इस ट्रेन से यात्रा की है। यात्रा के दौरान मेरे कंपार्टमेंट में कुछ युवा उद्योगपति...

दक्षिण एशियाई देशों की आर्थिक बदहालीः कुछ साझा कारक

इन दिनों पाकिस्तान भयावह आर्थिक संकट से गुजर रहा है। गेहूं का आटा 150 पाकिस्तानी रूपये (पीकेआर) प्रति किलो है। एक रोटी की कीमत 30 रूपये है। और यह एक ऐसे देश में जहां औसत दैनिक आय 500 रूपये...

भारत भूख सूचकांक में अफगानिस्तान के करीब; म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका की स्थिति देश से बेहतर

अभी तीन दिन पहले बुधवार 12 अक्तूबर, 22 को सुर्खियाँ दिखीं कि भारत भले ही इस समय 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा हो लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) का मानना है कि इसमें 10...

किसी दुरूह सपने से कम नहीं है पेट्रोल के लिए श्रीलंकाई जतना का अंतहीन इंतजार

2022 में श्रीलंका के राजनीतिक- आर्थिक संकट को देख रहे लोग यह समझने में सक्षम होंगे कि दोनों पहलू निकट से जुड़े हुए हैं। अप्रैल के बाद से श्रीलंका में जो राजनीतिक उभार देखे जा रहे हैं, आमतौर पर उनके बाद तीव्र आर्थिक अभाव के दौर आते...

कोविड पर श्रीलंका की सैन्य प्रतिक्रिया ने एक राष्ट्र को कैसे  बर्बाद किया

(तुषार धारा द्वारा कोविड-19 के बाद श्रीलंका में आर्थिक और सामाजिक संकट पर लेखों की श्रृंखला में यह दूसरा लेख है। धारा देश में आखों देखी वहां की घटनाओं पर रिपोर्ट करने के लिए गए थे-संपादक) 18 मार्च, 2020 को...

हटने की घोषणा के बावजूद सेना ने राष्ट्रपति भवन में घुसकर प्रदर्शनकारियों को पीटा

श्रीलंका में सेना ने आज तड़के प्रदर्शनकारियों पर बल इस्तेमाल करके कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय पर नियंत्रण कर लिया है। देर रात बड़ी संख्या में पुलिस बल और सेना के कमांडो राष्ट्रपति भवन के भीतर घुसे और वहां मौजूद...

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तब की घोषित इमरजेंसी से भयानक है आज का अघोषित आपातकाल?

18 वीं लोकसभा के लिए चुनावों का पहला चरण हो चुका है; 62 प्रतिशत  से अधिक मतदान के साथ...