पुण्यतिथि पर विशेष: विजय तेंदुलकर, भारतीय रंगमंच में यथार्थवाद का चितेरा

भारतीय रंगमंच को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने वाले विजय तेंदुलकर, देश के महान नाटककारों में से एक थे।…

जोहरा सहगल: जिंदगी की प्रतिबद्धता की बेबाक किताब

शख्सियतें जिंदगी की प्रतिबद्धता की वह खुली किताब होती हैं जिनके जिए का एक-एक लफ्ज़ धड़कता है और अपना होना…

बलराज साहनी की पुण्यतिथि पर विशेष: बामकसद और खूबसूरती से जी गई, बेहतरीन जिंदगी

बलराज साहनी एक जनप्रतिबद्ध कलाकार, हिन्दी-पंजाबी के महत्वपूर्ण लेखक और संस्कृतिकर्मी थे। जिन्होंने अपने कामों से भारतीय लेखन, कला और…

राहुल सांकृत्यायन के भोजपुरी नाटक ‘मेहरारुन के दुरदसा’ के संदर्भ में स्त्री विमर्श

राहुल सांकृत्यायन एक, अत्यंत प्रतिभाशाली व्यक्तित्व थे। उन्होंने, भरपूर यात्रायें की। चार खंडों में उनकी आत्मकथा मेरी जीवन यात्रा बेहद…

पुण्यतिथि पर विशेष: आधुनिक रंग समीक्षा के बेताज बादशाह थे नेमिचंद जैन

नेमिचंद जैन हिन्दी साहित्य में अकेली ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने जिंदगी के मंच पर कवि-साहित्यालोचक-नाट्य आलोचक-अनुवादक-पत्रकार और संपादक जैसे मुख्तलिफ…

महात्मा की 150वीं जयंती पर “मैं गांधी बोल रहा हूं” नाटक दिखाने के लिए तैयार हैं ढेला स्कूल के बच्चे

ढेला स्कूल, (नैनीताल)। गांधी की 150 वीं जयंती जोरदार तरीक़े से देशभर में मनाए जाने की की तैयारियां शुरू हो…