बात पुरानी हो चुकी है, मगर अभी भी प्रासंगिक है और इस पर चर्चा करना बहुत ज़रूरी है। ज़रूरी इसलिए…
अर्नब से अब देश सवाल पूछ रहा है- ‘क्या है यह गोरखधंधा!’
क्या पता था कि पूछता है भारत के लिए तिकड़में की जाती रहीं। चैनल को नंबर एक बनाने के लिए…
टीआरपी और फोलोअर्स फर्जीवाड़े के जरिये होता है करोड़ों का वारा न्यारा
मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा जुलाई 2020 के मध्य में सोशल मीडिया पर फर्जी फॉलोअर्स स्कैम के पर्दाफाश की सुर्खियां अभी…
टीआरपी के घोड़े पर सवार टीवी चैनलों के बदनुमा चेहरों का पर्दाफाश
निजी समाचार चैनलों में आपसी प्रतिस्पर्धा और टीआरपी की होड़ ने आम जनता की परेशानियों से उसे दूर कर दिया…
बहुत लंबी है टीवी के पतन की प्रक्रिया
इससे पहले कि टीवी समाचार के आसमान पर छाए बादल फटते मैं निकल आया था। या निकलने को विवश हुआ…