आज के समय में इससे जरूरी शायद दूसरा दस्तावेज नहीं हो सकता। इसे अपनी डायरियों में उतार लें, पोस्टर बना…
जयंती पर विशेष: टैगोर की दृष्टि में, देशभक्ति और राष्ट्रवाद
गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर का व्यक्तित्व अंतरराष्ट्रीय था। बंगाल के कुछ बेहद सम्पन्न लोगों में उनका परिवार आता था। उनके…
गांधी जी को नहीं हुआ था ‘स्पानी फ्लू’
सन 1918 में महात्मा गांधी बहुत बीमार थे। मरते-मरते बचे थे। ऐसा उनके जीवन में कई बार हुआ था। लेकिन…
प्रोफ़ेसर तेलतुंबडे और उनके छात्रों पर बिल्कुल फ़िट बैठती है स्पैनिश फ़िल्म ‘तितली की जीभ’
एक स्पैनिश फ़िल्म La lengua de las mariposas (यानि तितली की जीभ) का आख़िरी दृश्य याद आ रहा है। स्पेन…
प्रतीकों से नहीं सैनिक और संसाधनों से जीते जाते हैं युद्ध
कल सुबह 9 बजे प्रधानमंत्री जी देश के सामने एक वीडियो सन्देश द्वारा रूबरू हुए। लोग उक्त सन्देश को सुनना…
दास्तान-ए-इराक: जार्ज बुश और टोनी ब्लेयर पर चलना चाहिए युद्ध अपराध का मुकदमा!
अन्ततः बारह साल बाद यह सच उभर कर सामने आया कि अमरीकी-ब्रिटिश फौज द्वारा इराक पर हमला झूठी गुप्तचर रपट…
सऊदी अरब के शासक भूल गए फलीस्तीन नाम का कोई देश भी है
पहले विश्वयुद्ध (1914-1919) की समाप्ति तक इजरायल सिर्फ एक काल्पनिक देश था। यूरोप के लगभग सारे ही देशों में फैले…