Sunday, April 28, 2024

ग्राउंड रिपोर्ट: मणिपुर से लेकर मिर्जापुर तक बेटियों की चीत्कार, गूंगी-बहरी बनी सरकार

मिर्जापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के जरिए बेटियों को सम्मान दिलाने की वकालत करते हो, लेकिन जब उन्हीं की सरकार में उन्हीं के नेता भेड़िया बन बेटियों की इज्जत तार-तार करने पर तुले हुए हों तो इसे क्या कहा जायेगा? मणिपुर की घटना के बीच उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में 14 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म और उसका गर्भपात कराने के मामले में आरोपी ग्राम प्रधान एवं भाजपा नेता को बचाने को लेकर भाजपा सरकार आरोपों से घिर गई है।

विपक्षी दलों ने इस पूरे प्रकरण को मुद्दा बनाकर सरकार को घेर लिया है। सवाल उठ रहे हैं कि दुष्कर्मी प्रधान एवं भाजपा नेता पर आखिरकार बुलडोजर कब चलेगा?

जिस दुष्कर्मी ग्राम प्रधान का नाम लेकर पीड़ित बालिका चीख-चीख कर अपनी दास्तान सुना रही है, पुलिस के आला अधिकारी से लेकर भाजपा के नेता उसे क्यों बचाने पर तुले हुए हैं? दुष्कर्म व गर्भपात पीड़िता बालिका की हालत जहां अभी भी ठीक नहीं बताई जा रही है।

वहीं हर आने जाने वाले लोगों से दुष्कर्म पीड़िता की मां का बस एक ही सवाल होता है.. “साहब! हमको सिर्फ न्याय चाहिए। जिन लोगों ने हमारी बेटी का जीवन खराब किया है उनके साथ भी कुछ ऐसा हो कि उनकी भी सात पुश्तें कांप जाएं। यदि यही उनकी बेटियों के साथ हुआ होता तो अब तक क्या से क्या हो गया होता? लेकिन हम और हमारी बेटी गरीब हैं, मजबूर हैं तो…?” यह कहते-कहते बिलख उठती है दुष्कर्म पीड़िता की बेबस मां।

पीड़िता की मां के आंखों से गिरते आंसू को देख शाय़द ही ऐसा कोई इंसान होगा जिसका मन विचलित न हुआ हो। लेकिन यहां तो दुष्कर्मी ग्राम प्रधान व भाजपा नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा कर पूरी भाजपा की कुंडली मार मंडली ने खामोशी की चादरें तान ली हैं।

यह है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद के लालगंज कस्बे में स्वर्णकार बिरादरी की एक महिला अपने चार बेटियों को लेकर किसी प्रकार जीवन यापन करती हैं। तकरीबन डेढ़ दशक पूर्व पति का साया सिर से उठ जाने पर बेसहारा हो चुकी महिला ने परिवार की जिम्मेदारियों को संभालने के लिए एक छोटी सी चाय की दुकान खोलकर चार बेटियों को पढ़ाने लिखाने से लेकर उनका पेट पालने का संकल्प लिया था। समय के साथ वह अपने गम को भूल कर बेटियों को एक सुखद जीवन देने के लिए मेहनत करती आ रही थी कि अचानक उसके जीवन में एक ऐसे दर्द का समावेश होता है जो उसके लिए शायद ही भूलने योग्य हो।

होता यह है कि हाईस्कूल में पढ़ रही उनकी 14 वर्षीय बेटी के साथ, उनके गांव का ग्राम प्रधान विजय कुमार गुप्ता जो भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा मोर्चा के लालगंज ब्लाक का मंडल अध्यक्ष है, अपने रेस्टोरेंट में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता है।

बच्ची जब गर्भवती हो जाती है तो सोमवार को दवा खिलाकर आरोपियों ने उसका गर्भपात कराना चाहा, लेकिन हालत बिगड़ जाने पर बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज से मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर के लिए रेफर कर दिया जाता है जहां उसकी हालत आज भी गंभीर बनी हुई है।

आरोपी ग्राम प्रधान व भाजपा नेता विजय कुमार गुप्ता।

पुलिस के शिकंजे से बाहर घूम रहा आरोपी ग्राम प्रधान

हैवानियत की शिकार हुई छात्रा जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम में पीड़िता द्वारा बयान दिए जाने एवं उसकी मां द्वारा इंसाफ की मांग करने के बाद भी पुलिस का रवैया पूरी तरह से टालमटोल भरा रहा। पीड़िता की मां जब मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर बेटी के लिए इंसाफ मांगने की बात कही तो अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे। आनन-फानन में बयान के आधार पर एक आरोपित आकाश केसरी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, लेकिन आरोपी ग्राम प्रधान और भाजपा नेता को हिरासत में लेने के बाद भी छोड़ दिया जाना कई प्रकार के सवाल खड़े कर रहा है।

पीड़ित छात्रा 10वीं की छात्रा है। तकरीबन 6 माह पूर्व लालगंज के ग्राम प्रधान विजय कुमार गुप्ता ने लालगंज तहसील रोड स्थित अपने रेस्टोरेंट में आकाश केसरी के साथ उक्त छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपी जान से मार देने की धमकी देकर छात्रा को चुप कराने में सफल हो गए थे।

लेकिन छात्रा जब गर्भवती हो गई और उसकी हालत बिगड़ने लगी तो सोमवार को ग्राम प्रधान उसे दवा देकर गर्भपात कराना चाहा। अचानक सोमवार की रात पीड़िता की हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में उसकी मां उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज ले गई जहां हालत में सुधार न होने पर चिकित्सकों ने मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इस बात की जानकारी जैसे ही गांव और आसपास के इलाकों में हुई हड़कंप मच गया।

दुष्कर्म पीड़िता किशोरी की बिगड़ी हालत

दुष्कर्म के बाद छ: माह की गर्भवती छात्रा के गर्भपात के बाद हालत बिगड़ने पर दो दिनों तक तो उसका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में उपचार किया गया, किंतु हालत में सुधार न होने पर बीते मंगलवार की आधी रात के बाद मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। उपचार कर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता के ब्लडप्रेशर में सुधार नहीं हो रहा था। रात में दुष्कर्म पीड़िता की हालत बिगड़ गई तब रेफर किया गया। सोमवार को मां पीडिता को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची थी। चिकित्सकों ने दो दिन तक दवा इलाज किया, लेकिन पीड़िता की हालत स्थिर बनी रही और हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था सो रेफर किया गया है।

पीड़िता की मां ने बताया कि पति की मौत के बाद पंद्रह वर्षों से वह छोटी सी चाय-पान की दुकान कर किसी तरह अपनी 4 बेटियों (तीन बेटियों की शादी हो चुकी है) की परवरिश कर रही थी। उसके घर की आर्थिक स्थिति खराब है। रहने के लिए घर नहीं है। किराए के मकान में बेटियों के साथ रहती हैं। वह बेटी का उपचार प्राइवेट अस्पताल में नहीं करा सकती सो सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था।

पीड़िता की मां ने बताया कि ग्राम प्रधान विजय कुमार गुप्ता अपने साथी के साथ अपने रेस्टोरेंट में दुष्कर्म किया था। यह कहते हुए वह बिलखने लगती हैं। कहती हैं “पुलिस ने आरोपी प्रधान को किसके दबाव में थाने से छोड़ दिया है, यह तो नहीं जानतीं लेकिन अब मुख्यमंत्री से पुत्री के इंसाफ की मांग करने के लिए वह उनके दरबार में जायेगी।”

भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री रमाशंकर सिंह के साथ आरोपी प्रधान।

भ्रूण का होगा डीएनए टेस्ट

मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा बताते हैं कि गर्भपात के कारण खराब हुए भ्रूण का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। उन्होंने छात्रा की मां से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली है तथा पीड़िता की मां को विश्वास दिलाया है कि दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है दूसरा आरोपी ग्राम प्रधान दोषी मिला तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।

आश्चर्य की बात है कि संपूर्ण घटनाक्रम ग्राम प्रधान विजय गुप्ता के रेस्टोरेंट में होता है। पीड़िता और पीड़िता की मां चीख-चीख कर ग्राम प्रधान को आरोपित कर रही हैं, दोषी ठहरा रही हैं, बावजूद इसके पुलिस अधीक्षक का कहना है कि ग्राम प्रधान दोषी मिला तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। यह ना किसी के गले उतर पा रहा है और ना ही हजम हो पा रहा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी कहते हैं “वर्तमान सरकार में नौकरशाह पूरी तरह से निरंकुश हो गए हैं। सरकार के इशारे पर सरकारी मशीनरी काम कर रही है, जिससे पीड़ितों को न्याय मिल पाना मुश्किल हो चला है।”

लालगंज की दुष्कर्म पीड़िता के मामले में वह जनचौक को बताते हैं कि “आखिरकार ऐसा क्या है कि जब खुद पीड़िता चीख-चीख कर बयान दे रही है, उसकी मां बिलख-बिलख कर आरोपी के खिलाफ बोल रही है, तहरीर भी दी गई। तो पुलिस प्रशासन और जिले की पुलिस के मुखिया आरोपी ग्राम प्रधान- जो भाजपा का नेता है- के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसके बचाव में लगे हुए हैं?”

पीड़िता की मां का है पुलिस पर आरोप

पीड़िता की मां ने कहा कि आकाश केसरी को तो जेल भेज दिया गया है लेकिन मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान एवं भाजपा नेता को पुलिस बचाने में जुटी हुई है। मुख्य आरोपी प्रधान को पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर भाजपा के कई नेताओं का संरक्षण प्राप्त है।

ग्राम प्रधान विजय कुमार गुप्ता दबंग प्रवृत्ति का है। वह गांव के लोगों के साथ भी दबंगई करता था। वह भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ अपनी फोटो शेयर कर शासन-प्रशासन पर रौब जमाता था।

उप मुख्यमंत्री के साथ आरोपी ग्राम प्रधान व भाजपा नेता।

दुष्कर्म पीड़िता से मिले एसपी

मिर्ज़ापुर के पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार मिश्रा पुलिस टीम के साथ बीते सोमवार की रात तीन बजे भोर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालगंज पहुंचे थे। जहां उन्होंने दुष्कर्म पीड़िता एवं उसके परिजनों से मुलाकात कर घटना की विस्तृत जानकारी ली थी। इसके बाद घटना स्थल (आरोपी प्रधान के रेस्टोरेंट) का भी निरीक्षण किया था।

एसपी ने घटना के प्रकरण में अभियोग पंजीकृत कर त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश लालगंज कोतवाली पुलिस को दिया था। जिसमें एक नामजद अभियुक्त आकाश केशरी को साक्ष्यों सहित मंगलवार को गिरफ्तार तो किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान एवं भाजपा नेता विजय कुमार गुप्ता की घटना में संलिप्तता के सम्बन्ध में गहनता से जांच कर साक्ष्य संकलित करते हुए आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने का प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा विवेचना में समस्त इलेक्ट्रॉनिक एवं भौतिक साक्ष्यों को संकलित करने तथा डीएनए टेस्ट हेतु सैम्पलिंग कर जांच कराकर विवेचना में सम्मिलित करते हुए गहनता से विवेचना करने एवं अन्य अभियुक्तों की घटना में संलिप्तता के विषय में जानकारी करते हेतु सभी के विरूद्ध ठोस साक्ष्य संकलन के आधार पर त्वरित गति से वैधानिक कार्रवाई करने हेतु सम्बन्धित को निर्देश तो दे दिए गए लेकिन आरोपित ग्राम प्रधान को पकड़े जाने फिर छोड़ दिए जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

यह है पुलिस की कार्रवाई

थाना लालगंज में 17 जुलाई 2023 को पीड़िता की मां द्वारा नामजद अभियुक्तों के विरूद्ध अपनी (वादिनी की) नाबालिग पुत्री से दुष्कर्म करने एवं गर्भपात कराने आदि के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी गई थी जिसके आधार पर थाना लालगंज पर मु.अ.सं.-180/2023 धारा 313, 506, 376DA, 342 भादवि व 5j(ii)/6 पाक्सो एक्ट भादवि बनाम 02 नफर पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई। दूसरे दिन 18 जुलाई 2023 को प्रभारी निरीक्षक लालगंज ज्ञानू प्रिया द्वारा आकाश केसरी पुत्र मूलचन्द्र निवासी कस्बा लालगंज थाना लालगंज को हिरासत में ले लिया गया जबकि देर रात पूछताछ के बाद पुलिस ने सत्ता पक्ष के ग्राम प्रधान विजय गुप्ता को छोड़ दिया और आकाश केसरी को जेल भेज दिया था।

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक ज्ञानू प्रिया ने बताया कि “एक आरोपी आकाश केसरी को जेल भेज दिया गया है। दूसरे आरोपी के बारे में बताया की मामला गंभीर होने के कारण पुलिस सूक्ष्म जांच कर रही है। किशोरी के भ्रूण का परीक्षण कराया गया है, इसमें डीएनए की जांच के आधार पर दूसरे आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में और भी कई संदिग्ध युवकों के संलिप्तता की जांच की जा रही है”। देखना अब यह है कि पुलिस की थ्योरी कितनी सच साबित होती है।

भाजपा नेता के घर कब चलेगा बुलडोजर?

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक अजय राय ने पीड़ित परिवार से शुक्रवार को मुलाकात की। उन्होंने कहा कि रेप के आरोपी भाजपा नेता के घर, होटल पर कब बुलडोजर चलेगा?”  कांग्रेस नेता ने कहा “भाजपा सिर्फ बलात्कारियों को बचाने में लगी है। उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो इसकी लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ी जाएगी।”

अजय राय ने पीड़िता की मां को आश्वासन देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी आपके साथ हैं, आपकी हर संभव मदद की जाएगी और आपको न्याय दिलाया जाएगा। राय ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार मणिपुर में भी महिलाओं को न्याय नहीं दे पा रही है। जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है अपराध एवं भ्रष्टाचार का बोलबाला बढ़ा है।

मिर्जापुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवकुमार पटेल ने कहा “मणिपुर से लेकर मिर्जापुर तक महिलाओं के साथ अत्याचार बलात्कार हो रहे हैं। इस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। अपराधियों को खुला छोड़ दिया जा रहा है। उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अगर सरकार में बैठे लोगों ने पीड़ित बच्ची के आरोपी भाजपा नेता ग्राम प्रधान विजय गुप्ता को जेल नहीं भेजा तो मिर्जापुर कांग्रेस के लोग सड़क से सदन तक लड़ने का काम करेंगे।

भाजपा ओबीसी मोर्चा की प्रदेश मंत्री पीड़िता से मिलीं

सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से मिलने पहुंचे लोगों की कतार जहां लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं पीड़िता से लेकर पीड़िता की मां की भी बराबर निगरानी की जा रही है। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही वाकया देखने को मिला जब भाजपा पिछड़ा मोर्चा की प्रदेश मंत्री ज्योति सोनी लखनऊ से पीड़िता का हाल जानने के लिए मिर्जापुर जिला महिला अस्पताल पहुंचीं तो पुलिस द्वारा उन्हें रोक दिया गया।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा से परमीशन लेने के पश्चात ही पीड़िता से मिलने की बात कही। लंबे इंतजार के बाद पुलिस अधीक्षक से उनकी बात हुई तो पुलिस अधीक्षक ने महिला इंस्पेक्टर को भेजकर पीड़िता से उनकी भेंट मुलाकात करवाई।

पीड़िता से मिलने पहुंचीं भाजपा पिछड़ा मोर्चा की प्रदेश मंत्री ज्योति सोनी।

जघन्य अपराधों से घिरा है ग्राम प्रधान और उनका कुनबा

सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता छात्रा मामले में अभी तक पुलिस के शिकंजे से बाहर घूम रहे हैं ग्राम प्रधान लालगंज एवं भाजपा नेता विजय कुमार गुप्ता पुत्र साधू गुप्ता का पारिवारिक बैकग्राउंड अपराधिक छवि से घिरा हुआ बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ग्राम प्रधान एवं आरोपित भाजपा नेता विजय कुमार गुप्ता का छोटा भाई अजय गुप्ता पुत्र साधू गुप्ता 302 का मुलजिम है। वर्ष 2019 में लालगंज कोतवाली क्षेत्र के ही विजयपुर मोड पर एक व्यक्ति की हत्या में शामिल होने का उस पर आरोप है।

बताया जा रहा है कि गोली मारकर व्यक्ति की हत्या की गई थी। इसी प्रकार फरवरी 2022 में आरोपित ग्राम प्रधान के चाचा की हत्या हो गई थी जिसमें खुद प्रधान की चाची ही पति की हत्या करवाने में शामिल पाई गई थीं। मामला आशनाई से जुड़ा हुआ बताया गया था।

स्थानीय लोग खुद दबी जुबान में बताते हैं कि खुद ग्राम प्रधान काफी मनबढ़़ किस्म का व्यक्ति है। पैसे के बल पर ग्राम प्रधान बनने के बाद उसकी हसरतें हिलोरे मारने लगी थीं। बताया जा रहा है कि छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में संलिप्तता उजागर होने और आरोपित किए जाने के बाद भी उसका बाल बांका ना होने के पीछे एक विधायक और एक मंत्री की सह होना बताया जा रहा है।

ग्राम प्रधान के रेस्टोरेंट की जांच से खुलेंगे कई राज

ग्राम प्रधान के जिस रेस्टोरेंट (टेस्टी बाइट रेस्टोरेंट) में वारदात को अंजाम दिया गया था, यदि उसकी गहनता से जांच हुई तो कई ऐसे राज खुलेंगे जो न केवल चौंकाने वाले होंगे, बल्कि ग्राम प्रधान के काले चिट्ठे और उसमें शामिल होते आए लोगों के भी चेहरे बेनकाब हो जायेंगे। आसपास के लोगों की मानें तो रेस्टोरेंट्स तो महज एक बहाना था, ग्राम प्रधान एवं उसके खास लोगों के लिए यह एक आशिक मिजाजी का अड्डा था। जहां संदिग्ध लोगों का आना जाना हुआ करता था।

बताया जाता है कि ग्राम प्रधान के ऊपर शासन सत्ता से जुड़े लोगों का हाथ होने की वजह से उसके रुतबे और हनक में काफी बदलाव होने के साथ-साथ उसका दबंग प्रभाव भी बढ़ता जा रहा था। हालांकि पुलिस ग्राम प्रधान के रेस्टोरेंट के डीवीआर के जरिए उसके इतिहास भूगोल को खंगालने में जुट गई है, लेकिन अभी भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है कि आखिरकार कब ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी होगी और उसके घर, प्रतिष्ठान पर बाबा का बुलडोजर चलेगा?

आरोपी को भाजपा ने पार्टी से निकाला

मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा ने आरोपी ग्राम प्रधान विजय गुप्ता को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी के जिला अध्यक्ष के निर्देश पर पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकुमार विश्वकर्मा ने विजय कुमार गुप्ता को पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी द्वारा बाहर का रास्ता दिखाए जाने का लेटर वायरल होने के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या भाजपा आरोपी प्रधान को सलाखों के पीछे भेजने में भी सहायक होगी या केवल पार्टी की नाक बचाने के लिए आरोपी को बाहर का रास्ता दिखा कर पल्ला झाड़ने का काम करेंगी।

प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से बिक रही गर्भपात की दवाई

लालगंज के जिस मेडिकल हाल से गर्भपात की दवा लेकर पीड़ित छात्रा का गर्भपात कराया गया, उसके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई ना होने से स्थानीय जनमानस में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। लालगंज बाजार स्थित जिस मेडिकल हाल से गर्भपात की दवा लेकर पीड़िता को दिया गया था, उस दुकान की शिनाख्त भी आरोपी आकाश केसरी ने पुलिस की उपस्थिति में कराई गई थी। लेकिन अब तक दुकानदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनमानस में इस बात को लेकर चर्चा है कि प्रतिबंधित होने के बाद भी गर्भपात की दवाई कैसे खुले में मेडिकल स्टोर से बिक रही है?

(उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से संतोष देव गिरी की ग्राउंड रिपोर्ट।)

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