महिला किसान दिवस : आंचल बना परचम

(आज पूरे देश में महिलाओं का दिन था। उन्होंने न केवल दिल्ली की सीमाओं पर अपने परचम लहराए बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में उनकी आवाज बुलंद हुई। गलन भरी सर्दी को मात देती आधी जमीन जब सड़कों पर उतरी तो बॉर्डर के अलग-अलग हिस्सों में इंद्रधनुषी छटा बिखर गयी। कहीं भाषण हुआ तो कहीं अनशन और कहीं गीत हुए तो कहीं डांस। अलग-अलग रंग और अलग-अलग रूपों में जो संस्कृति सामने आयी वह अद्भुत थी। उन्हीं में से कुछ को जनचौक की दिल्ली हेड वीना ने अपने मोबाइल के कैमरे में कैद किया। पेश है उनकी कुछ झलकियां-संपादक)

(वीना जनचौक की दिल्ली हेड हैं।)

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