पिछले कुछ दिनों के अंदर सपा गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में तेजी से भाजपा पर बढ़त हासिल की है। अंत में जीत या हार किसकी होगी, यह तो अभी भी भविष्य के गर्भ में है, लेकिन सपा गठनबंधन की स्थिति निरंतर मजबूत हो रही है और उसने भाजपा के सामने गंभीर चुनौती प्रस्तुत कर दी है, इस कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत का आरएलडी-सपा गठबंधन को जिताने का आह्वान सामने आया है। नरेश टिकैत ने अपने बयान में साफ शब्दों में आने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों में राष्ट्रीय लोकदल और सपा गठबंधन को जिताने की अपील की है।
नरेश टिकैत ने भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के मुख्यालय सिसौली में मुजफ्फर नगर के बुधाना और मीरपुर विधान सभा के राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशियों को जीत का आशीर्वाद दिया। एक सभा को संबोधित करते हुए नरेश टिकैत ने कहा कि आगामी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव किसानों के स्वाभिमान की परीक्षा है और इससे यह भी तय होगा कि किसानों की समस्याओं का समाधान होगा या नहीं। उन्होंने लोगों से अपील की कि जहां भी सपा और राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी चुनाव में हों उन्हें विजयी बनाएं।
नरेश टिकैत के इस बयान ने दो बातें स्पष्ट कर दी हैं, पहली बात यह कि भारतीय किसान खुलकर राष्ट्रीय लोकदल-सपा गठबंधन के साथ है, इसमें किसी तरह की दुविधा नहीं है, दूसरी बात यह कि भारतीय किसान यूनियन और राष्ट्रीय लोकदल के बीच कोई खींचातानी नहीं है, फिलहाल भारतीय किसान यूनियन पूरी तरह राष्ट्रीय लोकदल के साथ खड़ी है। इस बयान ने कुछ राजनीतिक विश्लेषकों के इस कयासबाजी पर भी विराम लगा दिया है कि नरेश टिकैत और राकेश टिकैत की अपनी निजी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं, जो राष्ट्रीय लोकदल से टकराती हैं।
हालांकि भारतीय किसान यूनियन के महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा है कि भारतीय किसान यूनियन एक गैर-राजनीतिक संगठन है और वह गैर-राजनीतिक बना रहेगा, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि सत्ताधारी दल ने हमारी बहुत सारी मांगें अभी तक पूरी नहीं की हैं और हम 1 फरवरी से मिशन यूपी शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें हम सत्ताधारी दल को निशाना बनाएंगे, लेकिन हम किसी पार्टी विशेष के लिए वोट की मांग नहीं करेंगे।
किसी के लिए वोट न मांगने की भारतीय किसान यूनियन की औपचारिक स्थिति और नरेश टिकैट के बयान के संदर्भ में भारतीय किसान यूनियन के मेरठ जोन के उपाध्यक्ष मनोज तेवातिया ने कहा कि जमीनी हकीकत औपचारिक स्थिति से भिन्न है, जिसका सीधा अर्थ है कि भारतीय किसान यूनियन भले ही शीर्ष स्तर पर औपचारिक तौर पर किसी पार्टी के लिए वोट की मांग न कर रही हो, लेकिन जमीनी स्तर पर वह खुलकर राष्ट्रीय लोकदल-सपा गठबंधन के साथ खड़ी है। नरेश टिकैत के बयान को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
फिलहाल भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत द्वारा सपा-राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के प्रत्याशियों को उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों में जिताने का आह्वान सपा गठबंधन का हौसला बढ़ाने वाला है और उसकी स्थिति मजबूत करने वाला है।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)
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