Saturday, April 20, 2024

अमेरिका में आयोजित एक कॉमेडी शो में ‘दो भारत’ की बात करने वाले कॉमेडियन वीरदास पर मुक़दमा दर्ज

नरेंद्र दामोदर दास मोदी के नेतृत्व में आरएसएस के विचारों की वाहक भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस देश के लोगों का सेंस ऑफ ह्यूमर कितना खराब हो गया है इसका अंदाजा कॉमेडियन वीरदास के ख़िलाफ़ दिल्ली और मुंबई में दर्ज़ कराए गये दो मुक़दमों से साफ हो जाता है। 

राजधानी दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में कॉमेडियन वीर दास के ख़िलाफ़ आदित्य झा नाम के एक शख़्स द्वारा शिकायत दर्ज़ करायी गई है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम में कॉमेडियन ने देश के खिलाफ़ अभद्र टिप्पणी की है। वहीं देश की व्यावसायिक राजधानी मुंबई में आशुतोष दुबे नाम के एक शख़्स ने कॉमेडियन वीरदास के ख़िलाफ़ मुंबई पुलिस को एक लिखित शिक़ायत देकर कहा है कि वीरदास ने भारत के ख़िलाफ़ अभद्र दिप्पणी की है।  

दरअसल 15 नवंबर सोमवार को कॉमेडियन वीर दास  ने अपने यूट्यूब चैनल पर 6 मिनट का एक वीडियो साझा किया। दरअसल ये वीडियो अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी के जॉन एफ़ कैनेडी सेंटर में हुए उनके एक शो का है। 

अमेरिका में हुये उस शो में कॉमेडियन वीर दास ने एक मोनोलॉग पढ़ा, जिसका शीर्षक है – ‘आई कम फ्रॉम टू इंडियाज़’ यानी मैं दो भारत से आता हूँ। 

शिक़ायतों के बीच वीरदास ने ट्विटर पर बयान जारी करके कहा है, ”मैंने एक वीडियो यूट्यूब पर शेयर किया है, उस पर ख़ूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ये वीडियो भारत के दोहरेपन को लेकर है, दो पक्ष जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, जैसा कि हर देश का एक अच्छा और बुरा पक्ष होता है और ये बात रहस्य नहीं है”।

अपनी सफाई में कॉमेडियन वीरदास ने आगे कहा है कि वीडियो हमसे अपील करता है कि हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि हम महान हैं और इस बात पर कभी फ़ोकस करना बंद ना करें कि हमें क्या चीज़ महान बनाती है। वीडियो का अंत देशप्रेम से ओत-प्रोत तालियों की तेज़ गड़गड़ाहट से होती है, ये ताली उस देश के लिए है, जिसे हम सब प्यार करते हैं, जिसमें हमारा विश्वास है और जिस पर हमें गर्व है। 

कॉमेडियन वीर दास ने लोगों को दक्षिणपंथी ज़हरखुरानों से सतर्क करते हुये कहा है कि “इस वीडियो का मक़सद ये बताना है कि हेडलाइन से अलग हमारा देश बहुत कुछ है, इसकी गहराई और ख़ूबसूरती- इसीलिए लोगों ने तालियां बजाईं। इस वीडियो के छोटे से हिस्से से आपको बरगलाया जा रहा है, ऐसा मत होने दीजिए। लोगों ने भारत के लिए चीयर किया और वो नफ़रत नहीं प्यार से भरी आवाज़ें थीं। लोगों ने सम्मान के साथ भारत के लिए तालियां बजाई ना कि द्वेष से”। 

अपनी सफाई में कॉमेडियन ने आगे कहा है कि “आप नकारात्मकता के साथ शाबाशी नहीं हीं पा सकते, आपके टिकट नहीं बिक सकते। ये तभी हो सकता है, जब आपको ख़ुद पर गर्व हो। मुझे मेरे देश पर गर्व है और मैं ये गर्व अपने साथ लेकर चलता हूँ। लोगों से खचाखच भरे कमरे में अगर लोग भारत के सम्मान में खड़े होते हैं तो मेरे लिए ये पवित्र प्यार की तरह है। मैं आपसे भी वही कह रहा हूँ जो उन दर्शकों से कहा था- हमें रोशनी पर फ़ोकस करना है, हम क्यों महान हैं ये याद रखना है और लोगों में प्यार बाँटना है”। 

क्या कहा गया है इस वीडियो में?

‘मैं दो भारत से आता हूँ’  शीर्षक वीडियो में एक मोनोलॉग है जिसकी पंक्तियां निम्नलिखित हैं- 

 मैं एक उस भारत से आता हूँ, जहाँ बच्चे एक दूसरे का हाथ भी मास्क पहन कर पकड़ते हैं, लेकिन नेता बिना मास्क एक-दूसरे को गले लगाते हैं। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ एक्यूआई 9000 है लेकिन हम फिर भी अपनी छतों पर लेटकर रात में तारे देखते हैं। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं और रात में उनका गैंगरेप हो जाता है। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम ट्विटर पर बॉलीवुड को लेकर बँट जाते हैं, लेकिन थियेटर के अंधेरों में बॉलीवुड के कारण एक होते हैं। 

मैं एक ऐसे भारत से आता हूँ, जहाँ पत्रकारिता ख़त्म हो चुकी है, मर्द पत्रकार एक दूसरे की वाहवाही कर रहे हैं। और महिला पत्रकार सड़कों पर लैपटॉप लिए बैठी हैं, सच्चाई बता रही हैं। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हमारी हँसी की खिलखिलाहट हमारे घर की दीवारों के बाहर तक आप सुन सकते हैं और मैं उस भारत से भी आता हूँ, जहाँ कॉमेडी क्लब की दीवारें तोड़ दी जाती हैं, जब उसके अंदर से हंसी की आवाज़ आती है। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ बड़ी आबादी 30 साल से कम उम्र की है लेकिन हम 75 साल के नेताओं के 150 साल पुराने आइडिया सुनना बंद नहीं करते। 

मैं ऐसे भारत से आता हूँ, जहाँ हमें पीएम से जुड़ी हर सूचना दी जाती है लेकिन हमें पीएमकेयर्स की कोई सूचना नहीं मिलती। 

मैं ऐसे भारत से आता हूँ, जहाँ औरतें साड़ी और स्नीकर पहनती हैं और इसके बाद भी उन्हें एक बुज़ुर्ग से सलाह लेनी पड़ती है, जिसने जीवन भर साड़ी नहीं पहनी। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम शाकाहारी होने में गर्व महसूस करते हैं लेकिन उन्हीं किसानों को गाड़ियों से कुचल देते हैं, जो ये सब्ज़ियां उगाते हैं। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ सैनिकों को हम पूरा समर्थन देते हैं तब तक, जब तक उनकी पेंशन पर बात ना की जाए। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जो चुप नहीं बैठेगा। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जो बोलेगा भी नहीं। 

मैं उस भारत से आता हूँ जो मुझे हमारी बुराइयों पर बात करने के लिए कोसेगा। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जो लोग अपनी कमियों पर खुल कर बात करते हैं। 

मैं उस भारत से आता हूँ, जो ये देखेगा और कहेगा ‘ये कॉमेडी नहीं है.. जोक कहाँ है?’

और मैं उस भारत से भी आता हूँ, जो ये देखेगा और जानेगा कि ये जोक ही है। बस मज़ाकिया नहीं है। 

कांग्रेस नेता उतरे वीरदास के समर्थन में 

कांग्रेस को दो वरिष्ठ नेताओं ने वीरदास का समर्थन किया है। वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कॉमेडियन वीर दास का समर्थन करते हुए कहा है कि वीर दास इसमें कोई शक़ नहीं है कि दो भारत है। हम नहीं चाहते हैं कि एक भारतीय दुनिया को इस बारे में बताए। हम असहिष्णु और पाखंडी हैं।”

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करके कहा है कि, ”एक स्टैंडअप कॉमेडियन जिसे सही मायने में ‘स्टैंड-अप’ होने का मतलब पता है, शारीरिक नहीं बल्कि नैतिकता के आधार पर खड़े होने का अर्थ जानता है। वीर दास ने लाखों लोगों की तरफ़ से बोला है। अपने 6 मिनट के वीडियो में उन्होंने दो तरह के भारत की बात की है और बताया है कि वह किस भारत के लिए खड़े हैं। ये जोक तो है लेकिन मज़ाकिया बिल्कुल नहीं है।”

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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