Sunday, April 28, 2024

इंटरपोल के लिए मेहुल चौकसी अब मोस्ट वांटेड नहीं, राहुल बोले-ये है ‘मोडानी मॉडल’

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी धोखाधड़ी) मामले में हीरा व्यापारी अब इंटरपोल के लिए मोस्ट वांटेड नहीं है। इंटरपोल ने मेहुल चौकसी को बड़ी राहत देते हुए उसके खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस को वापस ले लिया है। लेकिन मेहुल की यह राहत सीबीआई और ईडी के लिए बहुत बड़ा झटका है। मेहुल चौकसी पर पंजाब नेशनल बैंक से 13 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की धोखाधड़ी के आरोप हैं जिसके बाद से वह फरार चल रहा है।

एंटीगुआ हाईकोर्ट में एक याचिका

मेहुल चौकसी ने एंटीगुआ हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी जिसके बाद इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस वापस ले लिया। याचिका में चौकसी ने भारत सरकार और दो भारतीय एजेंटों पर जून 2021 में उसे एंटीगुआ से अगवा करने और जबरन डोमिनिकन रिपब्लिक ले जाने का आरोप लगाया था। इसी घटना से संबंधित चौकसी की याचिका ने इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस को वापस लेने में मुख्य भूमिका निभाई।

दुनियाभर में घूमने के लिए आजाद चौकसी

इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस को हटाये जाने के बाद चौकसी अब दुनिया भर में घूमने के लिए आजाद है। रेड कॉर्नर नोटिस के बाद चौकसी को 192 सदस्य देशों में भगोड़ा घोषित कर दिया गया था और एंटीगुआ पासपोर्ट पर 32 देशों में बिना वीजा के यात्रा को वैन कर दिया गया था। लेकिन अब चौकसी दुनिया में कहीं भी जा सकता है। हालांकि माना जा रहा है कि वो एंटीगुआ में ही रहेगा।

सीबीआई उठाएगी जरूरी कदम

मेहुल चौकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस को वापस लिए जाने पर सीबीआई ने कहा है कि वह इस फैसले को लेकर दूसरे विकल्पों का इस्तेमाल कर रही है। सीबीआई ने कहा कि इससे मेहुल के प्रत्यर्पण पर कोई असर नहीं पड़ेगा और मेहुल के प्रत्यर्पण के लिए सारे आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। बता दें कि सीबीआई और ईडी के अनुरोध पर ही इंटरपोल ने दिसंबर 2018 में मेहुल चौकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।

विपक्ष ने साधा निशाना

मेहुल चौकसी को इंटरपोल से मिली बड़ी राहत पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि सरकार विपक्ष के खिलाफ तो ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करती है और अपने दोस्तों को इंटरपोल से भी राहत दिला देती है। इस मामले में राहुल गांधी ने अडानी को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि ‘मोडानी मॉडल’ में पहले लूटा जाता है और फिर बिना सजा के छूट भी सकते हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि ‘विपक्ष को ED-CBI, मित्र को रिहाई! ‘मोडानी मॉडल’ मतलब पहले लूटो, फिर बिना सजा के छूटो।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

Related Articles