डेढ़ साल की बच्ची की हत्या के बाद 15 दिन बीत जाने के बावजूद हत्यारे की गिरफ्तारी न होना और अपराधियों के साथ-साथ पुलिस द्वारा बार-बार पीड़ित परिवार को धमकी देने के खिलाफ कल नागरिक समाज ने पीड़ित परिवार के समर्थन में शास्त्रीघाट, कचहरी से जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाला और सभा की।
सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि एक मनबढ़ युवक द्वारा डेढ़ साल कि बच्ची की कार से कुचल कर हत्या कर दी जाती है और पुलिस हत्यारे की गिरफ्तारी करने की जगह पर बार-बार पीड़ित परिवार के ऊपर मुकदमा वापस करने का दबाव बना रही है, जबकि यदि पुलिस ईमानदार होती तो 24 घंटे के भीतर ही हत्यारे को गिरफ्तार कर ली होती और यदि वास्तव में अपराधी फरार होता तो पुलिस कुर्की तक जैसे सारे हथकंडे अपनाती, लेकिन यहां मामला ही उल्टा है चूंकि अपराधी का वर्चस्व थाने पर है इसलिए पुलिस अपराधी को बचा रही और परिवार पर ही दबाव मुकदमा वापस करने के लिए बना रही।
वक्ताओं ने कहा कि अर्शिया का मामला केवल एक परिवार का मामला नहीं रह गया है ये पूरा मामला बनारस की बेटी का हो गया है, और जिस तरीके से इन स्टंटबाज मनबढ़ों का हौसला बढ़ रहा है इन्हें अभी नहीं रोका गया तो आज एक बच्ची के साथ ये घटना हुयी है कल ये सीरियल वाइज बढ़ेगा। ऐसे खतरों को और ऐसे अपराधियों को बनारस तो कतई नहीं बर्दाश्त करेगा और यदि लोकल पुलिस अपना काम ठीक से नहीं करती तो हमें मजबूर होना पड़ेगा लम्बे आंदोलन के लिए जब तक की इन्साफ नहीं मिल जाता।
(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)
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