(प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक भूमिपुत्र का खुला ख़त) लिखतुम भूमिपुत्र, पढ़तुम प्रधानमंत्री मोदी,नमस्कार, आदाब, सत् श्री अकाल थोड़े लिखे…
सपनों के सहारे जीता-हारता किसान
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है,मगर यह आंकड़े झूठे हैं यह दावा किताबी है! अदम गोंडवी की इन…
नये बदलाव का आगाज है किसानों की यह दस्तक!
2014 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रबल झंझावात के बल पर भाजपा/एनडीए की सरकार बनी थी। उम्मीदें भी थीं, और…