इस समस्त कवायद का उद्देश्य यही है यह बात अच्छी तरह साफ़ हो कि जिसे हम भारतीय सन्दर्भ में पितृसत्ता कहते है वो केवल पितृसत्ता नहीं है वो असल में ‘ब्राह्मणीय पितृसत्ता’ है। ब्राह्मणीय पितृसत्ता ही असल में इस...
भारतीय समाज एक स्तरीकृत असमानता पर आधारित समाज है और जाति नाम की संरचना इस समाज की बुनियादी और कई अर्थों में अनोखी विशेषता यानि दीर्घकालिक सातत्य (गतिहीनता नहीं) के लिए ज़िम्मेदार है। जाति पर आधारित सामाजिक संगठन की...
एनसीईआरटी ने विद्यार्थियों का बोझ घटाने के नाम पर पाठ्य पुस्तकों में जो बदलाव किए, उनकी चर्चा इतिहास, राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र और विज्ञान की किताबों के संदर्भ में तो काफ़ी हुई, पर हिंदी की किताबों पर बात बहुत...
संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का 132वां जन्मदिवस 14 अप्रैल को देश भर में धूम-धाम से मनाया गया। गौर करने वाली बात यह रही कि बाबा साहेब के जन्मदिवस महोत्सव में गैर-दलितों ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी की और...
आधुनिक भारत के वास्तुकारों में से एक- बाबासाहेब बीआर अम्बेडकर- का जन्म आज से 132 साल पहले हुआ था। उनका उल्लेखनीय जीवन सभी भारतीयों के लिए आज भी एक स्थायी प्रेरणास्रोत है। एक मामूली पृष्ठभूमि से उठकर और गरीबी...
लखनऊ, 15 अप्रैल। डॉ बी आर आंबेडकर की 132 वीं जयंती के अवसर पर पुलिस सुरक्षा के बीच सरोजिनी नगर क्षेत्र के दरोगा खेड़ा, हुल्ली खेड़ा और प्रसाद खेड़ा गांवों में इंसाफ मंच की ओर से कार्यक्रम का...
26 जनवरी आधुनिक भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तिथियों में एक है। इसी दिन 26 जनवरी 1950 को भारत को लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया था और भारतीय संविधान को पूरी तरह लागू किया गया था। हालांकि 26 नवंबर...
आज देश अपने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की 132वीं जयंती मना रहा है। समानता, स्वतंत्रतता और भाईचारा के फॉर्मूले पर देश को आगे ले जाने का जो सपना उन्होंने देश को दिया था वो सपना कहीं...
भारत में शोषितों-उत्पीड़ितों की मुखर आवाज और सच्चे लोकतंत्र के सिपाही बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर को आज एक जाति विशेष का नेता बताने की चौतरफा कोशिशें हो रही हैं। पहले भारत के मनुवादियों और फिर आजादी के बाद...
(स्वतंत्रता, समता और भाईचारे पर आधारित आधुनिक भारत का सपना देखने वाले तीन महापुरुषों के जन्मदिन का समय है। 9 अप्रैल 1893 राहुल सांकृत्यायन, 11 अप्रैल 1827 जोतीराव फुले और 14 अप्रैल 1891 भीमराव आंबेडकर। इन तीनों महापुरुषों के...