पुस्तक समीक्षा : मुग़ल औरतों के बारे में आप कितना जानते हैं ?

मुग़लों के इतिहास को हम अक्सर मुग़ल बादशाहों के नाम और कारनामों से जानते हैं। तक़रीबन तीन सदी तक उन्होंने…

पुस्तक समीक्षा : मार्क्सवादी पद्धति से ‘गरीबी का चक्रव्यूह’ का विश्लेषण करती किताब

अवतार सिंह जसवाल की पुस्तक ‘गरीबी का चक्रव्यूह ‘ मजदूर वर्ग और कार्यकर्ताओं को शिक्षित करने की परंपरा का निर्वहन…

पुस्तक समीक्षा : कारपोरेट-कम्यूनल गठजोड़ का समाजवादी विकल्प बताने वाली पुस्तक

कार्ल मार्क्स ने 19वीं सदी में वैज्ञानिक समाजवाद का सिद्धांत प्रतिपादित किया था। तब से लेकर आज तक दुनिया भर में अलग-अलग देशों…

किताब पर चर्चा : कविताएं जो दे रही हैं ब्राह्मणी पितृसत्ता को चुनौती

पत्रकार भाषा सिंह के पहले कविता संग्रह “योनि-सत्ता संवाद पलकों से चुनना वासना के मोती” पर राजधानी दिल्ली स्थित प्रेस…

प्रेम, सौंदर्य और संघर्ष के नये प्रतिमान गढ़ती भाषा सिंह की कविताएं

कवयित्री के रूप में भाषा सिंह को अनेक बार सुना है, कभी मंडी हाउस में श्रीराम सेंटर के बाहर फुटपाथ…

पुस्तक समीक्षा: भारतीय लोकतंत्र की दशा-दिशा की पड़ताल करती ‘जनतंत्र की जड़ें’

आजादी के बाद देश ने जिस शासन प्रणाली को चुना-वह संसदीय लोकतंत्र है। राजनीतिक विमर्श में यह कहा जाता है…

पुस्तक समीक्षा: मिथक, धर्म, और विज्ञान : मिथकों से विज्ञान तक की कहानी

पिछले दिनों मैंने एक अच्छी किताब पढ़ी, जिसका नाम है “मिथकों से विज्ञान तक”I  इसके लेखक हैं गौहर रज़ा। इसका प्रकाशन पेंगुइन…

पुस्‍तक समीक्षा: शोषणकारी, अत्‍याचारी शक्तियों और धार्मिक सामाजिक कुरीतियों का प्रतिरोध करती तसलीमा नसरीन की पुस्‍तक

तसलीमा नसरीन अपने बेबाक बोलों के लिए जानी जाती हैं। लैंगिक भेदभाव और महिला विरोधी धार्मिक कर्मकाण्‍डों पर सीधा प्रहार…

पुस्तक समीक्षा : ‘जज लोया का कातिल कौन’ सीबीआई जज लोया को याद करते हुए

(30 नवंबर 2014 को सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में अमित शाह की भूमिका की जांच करने वाले सीबीआई जज लोया की…

पुस्तक समीक्षा: ‘द कौर्स ऑफ 1984’ इतिहास की अनकही दास्तान

“एक दिन भी मैं भूल नहीं पायी हूं कि उस रोज़ मेरे और मेरे परिवार और बाकी लोगों के साथ…