ज्योतिराव फुले: आधुनिक युग में दलितों-बहुजनों, महिलाओं एवं किसानों के संघर्ष के पहले नायक

तुम कैसे बेशर्म हुए, वश में होकर इन ब्राह्मणों के नित छूने को चरण अरे तुम झुक जाते हो यों…

पेरियार जयंती: सच्ची रामायण का विरोध धार्मिक से कहीं ज्यादा राजनीतिक है

(ई.वी. रामासामी नायकर ‘पेरियार’ (17 सितंबर, 1879—24 दिसंबर, 1973) बीसवीं शताब्दी के महानतम चिंतकों और विचारकों में से एक हैं।…

26 जुलाई 1902 : भारतीय समाज का लोकतंत्रीकरण दिवस

26 जुलाई, 1902 को कोल्हापुर के शासक छत्रपति शाहू जी महाराज ने अपने कोल्हापुर राज्य की सरकारी नौकरियों में सभी…

आरएसएस और डॉ. आंबेडकर के विचारों में है 36 का रिश्ता

“अगर हिन्दूराज हकीकत बनता है, तब वह इस मुल्क के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होगा। हिन्दू कुछ भी कहें, हिन्दूधर्म…

तुलसीराम के जन्मदिन पर विशेष: ‘मुर्दहिया’ में भूख, ग़रीबी और अंधविश्वास के चित्र

भारतीय साहित्य में अपनी पहली ही कृति आत्मकथा ‘मुर्दहिया’ से तुलसीराम हिन्दी साहित्य और दलित साहित्य में कालजयी लेखकों की…

‘गुलामगिरी’: शूद्रों-अतिशूद्रों की मुक्ति का दस्तावेज

1 जून यानी आज 2020 को ‘गुलामगिरी’ पुस्तक के 147 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह महात्मा ज्योतिबा फुले (11…

प्रतापगढ़ में पटेल किसानों पर दबंग ब्राह्मणों ने दिया था पुलिस संरक्षण में हमलों को अंजाम: माले जांच टीम

लखनऊ। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने प्रतापगढ़ जिले में पिछड़े समुदाय के किसानों पर सामंती ताकतों द्वारा पुलिस के…

राजा रंजीत सिंह के बाद अब पाकिस्तान में राजा दाहिर की प्रतिमा लगाने की उठी माँग

अहमदाबाद। पूरा विश्व कोरोना की आपदा में जकड़ा हुआ है। कोरोना से न तो भारत बचा है न ही पाकिस्तान।…

मेहनतकशों के शोषण-उत्पीड़न की वैदिक-सनातन परंपरा

    ब्राह्मणोऽस्य मुखमासीद्वाहू राजन्य: कृत:।     उरू तदस्य यद्वैश्य: पद्‍भयां शूद्रो अजायत॥ (पुरुष सूक्त ऋग्वेद संहिता के दसवें…

आधुनिक भारत के प्रस्तोता ज्योतिबा फुले, डॉ. आंबेडकर और राहुल सांकृत्यायन

(स्वतंत्रता, समता और भाईचारे पर आधारित आधुनिक भारत का सपना देखने वाले तीन महापुरुषों के जन्मदिन का समय है। 9…