भारत का मध्य और उच्च वर्ग ख़ास तौर पर उच्च जातियों का वर्ग 'करुणा' शब्द और उसके अर्थ अभिप्राय का शोषण करने में माहिर है। इस वर्ग की मन-वचन और कर्म की संगति पूरी तरह नष्ट हो चुकी है।...
वाराणसी। कुछ गज जमीन, जर्जर मकान, सुतही-घोंघा और चूहा पकड़कर जीवन की नैया खेते-खेते थक हार चुके मुसहर समुदाय को अब कोरोना डस रहा है। बनारस की कोइरीपुर मुसहर बस्ती में लाक डॉउन के चलते यह बीमारी कहर बरपा...
दिल्ली चुनाव से ठीक पहले संसद के भीतर राम मंदिर के लिए न्यास और उसके सदस्यों की घोषणा कर पीएम मोदी ने आखिरी तौर पर राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश की। चुनाव को सांप्रदायिक रंग में रंग देने...
25 सितम्बर की सुबह शिवपुरी में दो मासूम बच्चों की
ह्त्या जितनी विचलित और स्तब्ध करने वाली थी उससे कहीं ज्यादा भयावह थी। वह खबर
जिसे ज्यादातर समाचार पत्रों ने लिया ही नहीं, जिस एक अखबार ने
लिया उसने भी खबर के...
आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए अजित जोगी की जाति को लेकर शुरू से ही
गहरा विवाद रहा है। आरोप है कि वह अनुसूचित जाति के तहत आने वाले सतनामी जाति से
आते हैं। जबकि ईसाई धर्म अपना चुके अजित...
भले ही भौतिक साधनों और तकनीकी प्रगति के मामले में भारत एक आधुनिक देश दिखता हो, लेकिन मानसिक तौर पर अधिकांश भारतीय आज भी मध्यकालीन मानसिकता में जीते हैं। इसे उत्तर प्रदेश और गुजरात की हाल के अन्तर्जातीय विवाहों...
नई
दिल्ली। भाईचारे की मिसाल के रूप में प्रसिद्ध हमारे देश में जाति और धर्म के नाम
पर मारपीट और हत्याएं होना अब आम बात हो गई है। लंबे समय से चली आ रही इन वारदातों
में पिछले सालों में लगातार वृद्धि...
अरुंधति रॉय की
किताब 'एक था डाक्टर और एक था संत' लगभग एक सांस में ही पढ़ गया । अरुंधति की
गांधी को कठघरे में खड़ा कर उन पर बरसाई गई धाराप्रवाह, एक के बाद एक जोरदार
दलीलों की विचारोत्तेजना अपने घेरे...