(देश के 101 पूर्व नौकरशाहों ने देशभर में और खासकर उत्तराखंड में होने वाली सांप्रदायिक हिंसा पर गहरा क्षोभ जाहिर…
संविधान की विरासत को नहीं बचा सके उसके वारिस
एक समय था, जब डॉ. अम्बेडकर हों या यहां तक कि लोहिया हों, सभी लेखन, बहस और प्रकाशन के जरिये…
जनता का संकीर्ण दायरा और फैलती हुई इंसाफ की आवाज ताकत और टेर
अब जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की नरेंद्र मोदी सरकार कई मुद्दों पर लगातार पांव आगे-पीछे कर रही है। उचित…
क्यों गांधी के प्रति आंबेडकर आक्रोश से भरे हुए हैं, जबकि नेहरू के प्रति एक सद्भावना है
गांधी की मौत (1948) के करीब सात साल बाद डॉ. आंबेडकर बीबीसी को एक इंटरव्यू ( 26 फरवरी 1955) देते…
राजनीतिक तेवर और तथ्य के बीच संविधान शिष्टाचार संसद और लोकतंत्र
यह सच है कि भिन्न-भिन्न कारणों भारत के आम लोगों को बजट का इंतजार था। एक बड़ा कारण तो यह…
संविधान व लोकतंत्र की लड़ाई किसी दल की नहीं जनता की आवाज है-आपातकाल पर भाजपा कांग्रेस को घेर नहीं सकती
18वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया के दौरान चंद दिनों में ही टकराव की जगह परस्पर सामंजस्य का liberal illusion…
लोकतंत्र की जान के हैं दुश्मन हजार, उम्मीद की किरण : संविधान लोकतंत्र रोजी-रोजगार
आम चुनाव 2024 बहुत ही प्रतिकूल परिस्थिति में संपन्न हुआ। केंद्रीय चुनाव आयोग की भूमिका बहुत ही पक्षपातपूर्ण और विवादास्पद…
मुसलमानों की धर्मनिरपेक्षता, संविधान और लोकतंत्र के पक्ष में निर्णायक वोटिंग
2024 के लोकसभा चुनावों में उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक देश के हर हिस्से में जिस समुदाय…
लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए जनादेश
आजादी के बाद भारत के लोकतंत्र और संविधान के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दिन। 2024 के आम चुनाव का परिणाम आनेवाले…
चुनाव आयोग यदि वोट के लिए धर्म के इस्तेमाल के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है तो संविधान को नुक़सान: जस्टिस जोसेफ
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस केएम जोसेफ ने चुनाव में वोट पाने के लिए धर्म, नस्ल, भाषा और जाति के इस्तेमाल…