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राजनीति

लोकतंत्र को सशक्त बनाने के प्रयास और संवैधानिक मूल्य

वी-डेम इंस्टिट्यूट की भारत के संबंध में रपट, जो द हिंदू में प्रकाशित की गई है, में कहा गया है कि “यह रेखांकित करते हुए [more…]

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राज्य

संवैधानिक मूल्यों को जीने की एक पहल

उनकी आंखों में समता मूलक समाज बनाने का एक सपना जागा है। वे चाहते हैं कि उनके गांव में कोई भूखा, कोई कुपोषित न रहे। [more…]

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बीच बहस

कॉर्पोरेट पूंजी के हित में पीएम मोदी का संवैधानिक मूल्यों एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला

कुछ दिन पहले पाकिस्तान के मशहूर प्रगतिशील शायर अहमद फराज का एक पुराना साक्षात्कार देख रहा था। उस साक्षात्कार में फराज शाहब कहते हैं कि [more…]

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ज़रूरी ख़बर

राजनीतिक पराजय के बाद की पुकार!

लेख के शीर्षक में राजनीतिक पराजय से आशय देश पर नवसाम्राज्यवादी गुलामी लादने वाली राजनीति के खिलाफ खड़ी होने वाली राजनीति की पराजय से नहीं [more…]