असंगठित क्षेत्र और दिहाड़ी मज़दूरों की परवाह से ही पटरी पर लौटेगी अर्थव्यवस्था

भारत के 90 फ़ीसदी लोगों का गुज़र-बसर असंगठित क्षेत्र और दिहाड़ी मज़दूरी के ज़रिये ही होती है। अर्थव्यवस्था में इस…

क्या सरकार को इस समय चीन से कुछ नहीं सीखना चाहिए?

चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग ने आज कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की बैठक में कोरोना से संघर्ष के…

अखबार मरेंगे तो लोकतंत्र बचेगा?

हम गाजियाबाद की पत्रकारों की एक सोसायटी में रहते हैं। वहां कई बड़े संपादकों और पत्रकारों (अपन के अलावा) के…

कॉरपोरेट पर सम्पत्ति कर लगा कर संसाधन जुटाए सरकार: वर्कर्स फ्रंट

लखनऊ। कोरोना के खिलाफ जमीनी स्तर पर युद्ध लड़ रहे कर्मचारियों के डीए व भत्तों में कटौती कर उनका मनोबल…

मीडिया सरकार पर मेहरबान या सरकार मीडिया पर मेहरबान !

गोरख पाण्डे की मशहूर कविता है, राजा बोला रात है रानी बोली रात है मंत्री बोला रात है संतरी बोला…

खुद के लिए क्वारंटाइन और बाकियों की किस्मत में लॉकडाउन ही लॉकडाउन, वाह रे हुक्मरानों वाह

कोरोना वायरस जिसने पहली बार दुनिया भर के हुक्मरानों को हिला कर रख दिया, आज वे उससे करीब-करीब क्वारंटाइन हो…

कोरोना आपदा के बाद की आर्थिक चुनौतियां

14 अप्रैल, देशव्यापी लॉक डाउन के इक्कीस दिनों की बंदी का अंतिम दिन होता अगर यह लॉक डाउन 30 अप्रैल…

हर जरूरतमंद परिवार को 10 हज़ार रुपये देकर भारत में टाला जा सकता है अनलॉक का खतरा

अमेरिका में कल एक दिन में होने वाली मौत का आंकड़ा 2000 के पार निकल गया-2100 और कुल मौतों का…

लॉक डॉउन खत्म करना एक बड़ी चुनौती

सारा विश्व कोरोना महामारी की भयंकर चपेट में है। जिंदगी और मौत की सबसे कठिन लड़ाई लड़ी जा रही है।…

पूंजीवादी महामारी को समाजवाद की खुराक

कोरोना संकट ने पूरे विश्व में सिर्फ और सिर्फ लाभ अर्जन की प्राथमिकता वाले पूंजीवादी ढांचे को बुरी तरीके से…