Saturday, April 1, 2023

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यह इमर्जेंसी का नहीं, पाकिस्तानी सियासत का ‘रिपीट’ नजर आता है

बहुत सारे लोग आज के राजनीतिक दौर की तुलना सन् 1975-77 के दौर की ‘इमर्जेंसी’ से कर रहे हैं। संयोगवश, मैंने इमर्जेंसी देखी थी। निस्संदेह, वह बहुत बुरी थी। लोकतंत्र का भारतीय रूप-रंग स्थगित-सा हो गया था। नेताओं, कार्यकर्ताओं...

देश में स्वस्थ लोकतंत्र के बने रहने के लिए स्वतंत्र प्रेस का होना जरूरी: चीफ जस्टिस चंद्रचूड़

चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि किसी देश में लोकतंत्र बचे रहने के लिए मीडिया को आज़ाद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब प्रेस को सत्ता से सच बोलने और सत्ता से कड़े सवाल पूछने से...

राइट टू हेल्थ पास करने वाला पहला राज्य बना राजस्थान, क्या यह देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनेगा?

राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने राइट टू हेल्थ बिल पारित किया है। मंगलवार को राज्य सरकार ने विधानसभा में विपक्ष के विरोध और सड़कों पर निजी अस्पतालों के डॉक्टरों के प्रदर्शन के बीच यह बिल...

क्या भाजपा राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने का जोखिम उठाएगी?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए बयानों और संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर बेहद आक्रामक है। वह राहुल गांधी के बयानों को देश का अपमान...

आखिर मोदी को ही आपातकाल की याद इतनी क्यों सताती है?

सैंतालीस साल यानि करीब साढ़े चार दशक पुराने आपातकाल के कालखंड को हर साल 25-26 जून को याद किया जाता है, लेकिन पिछले सात-आठ साल से उस दौर को सत्ता के शीर्ष से कुछ ज्यादा ही याद किया जा...

क्या यूपी में कांग्रेस जीत पाएगी महिलाओं का दिल?

2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जातिगत राजनीति के बजाय महिलागत राजनीति करना ये कांग्रेस की रणनीति से ज्यादा मजबूरी है। पिछले चार दशक से प्रदेश के मुख्य चार जातिगत समीकरण, मुस्लिम, पिछड़ा, उच्च जाति तथा ओबीसी तबके...

बेहद दिलचस्प है ‘गूंगी गुड़िया’ से कुशल राजनेता बनने का इंदिरा का सफर

स्वातंत्र्योत्तर भारत के इतिहास में इंदिरा गांधी एक विलक्षण व्यक्तित्व की राजनेता थीं। वे भारत के प्रधानमंत्री के पद पर 1966 से लेकर 1977 और फिर 1980 से लेकर 1984 तक आसीन रहीं। इसी अवधि में पाकिस्तान का तीसरा...

इमरजेंसी के साथ तानाशाही पर भी बहस कीजिए

हर बार की तरह इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने 25 जून का इस्तेमाल यह साबित करने के लिए किया कि कांग्रेस एक लोकतंत्र विरोधी पार्टी है और इसी वजह से उसने इमरजेंसी लगाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने...

सीपी-कमेंट्री: इंदिरा गांधी की इंटरनल इमरजेंसी और आरएसएस–भाजपा का लोकतंत्र का स्वांग

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक रह चुके हम भारत के लोग के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जून, 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार द्वारा लागू किये इंटरनल इमरजेंसी (आंतरिक आपातकाल) को लेकर जब-तब और...

इमरजेंसी संस्मरण: बैरक नंबर 10 बटा 4 सेंट्रल जेल ग्वालियर

(एक)बैरक नंबर 10 बटा 4 सेंट्रल जेल ग्वालियर। सबसे लम्बे समय तक -इमरजेंसी की पूरी जेल अवधि- में यही हमारा पता था। यूं जेल प्रवास कोई साढ़े तीन साल का है, मगर बैरकें, कभी-कभी जेल भी, अदल-बदल के। इत्ता...

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आईपी कॉलेज फॉर वीमेन: “जय श्री राम” के नारे के साथ हमला

28 मार्च को मंगलवार के दिन आईपी कॉलेज फॉर वीमेन (इंद्रप्रस्थ कॉलेज) में हुए वार्षिक फेस्टिवल श्रुति फेस्ट के...