आपातकाल की बरसी पर यूपी में फासीवाद का नंगा नाच

एक जनतांत्रिक देश में न्यायपालिका कानून के शासन को सुनिश्चित करके ताक़तवर राज्य से नागरिक अधिकारों की रक्षा करती है।…

दारापुरी ने दिखाया अपूर्वानंद को आईना, कहा- खारिज करने की नहीं, लेनिन से सीखने की जरूरत

इंडियन एक्सप्रेस में इधर किसी लेख के जवाब में लेखक, अध्यापक और सामाजिक कार्यकर्ता अपूर्वानंद की टिप्पणी पर नजर पड़ी, पहले तो…

निरंकुशता के स्रोत, प्रतिरोध के संसाधन

राजनीति का आम सहजबोध यह है कि सत्ता की निरंकुशता लोकतंत्र का निषेध है। लोकतंत्र राजनीतिक सत्ता का गठन तो करता है,…

कोरोना ने खोल दी सत्ता और व्यवस्था की कलई

कोरोना के बाद दुनिया की व्यवस्था नया स्वरूप लेगी। हर देश में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। क्या हम भारतीय…

क्या हम सब फासिज़्म के गोएबल काल में हैं ?

झूठ का एक मनोविज्ञान यह भी होता है वह उसे फैलाने वालों को भी मानसिक रूप से विकृत कर देता…

जनता कर्फ्यू बनाम कोरोना महोत्सव

यस्य नास्ति स्वयं प्रज्ञा, शास्त्रं तस्य करोति किं। लोचनाभ्याम् विहिनस्य दर्पण: किं करिष्यति।। अर्थात जिसके पास स्वयं की बुद्धि नहीं…

हिंसा की राजनीति और आतंक का व्यापार

कहते हैं ‘जब रोम जल रहा था, नीरो बंसी बजा रहा था। ‘इसके पीछे की कहानी बड़ी दर्दनाक है। रोम…

स्मृति शेष: मोहनदास के महात्मा गांधी बनने की प्रमाणिक कथा लिखने वाले लेखक गिरिराज किशोर

अपने वृहद उपन्यास ‘पहला गिरमिटिया’ के जरिए महात्मा गांधी के ‘महात्मा’ होने से पहले की जीवन प्रक्रिया के अनगिनत अनछुए…

शाहीन बाग बना प्रतिरोधी साहित्य-संस्कृति का केंद्र

शाहीन बाग से पंजाब का रिश्ता साहित्य, संगीत और कला-संस्कृति के स्तर पर भी गहरा जुड़ रहा है। किसानों के साथ-साथ…

शब्दावली का धूर्त सांप्रदायिक खेल

बात ज्यादा पुरानी नहीं है। भीम आर्मी के चीफ चन्द्रशेखर रासुका के तहत जेल में बंद थे। सत्ता द्वारा उनके…