Wednesday, October 4, 2023

feudal

बचपन में ही हो गया था छुआछूत से मोहभंग

मेरा बचपन पूर्व-आधुनिक, ग्रामीण, वर्णाश्रमी, सामंती परिवेश में बीता, हल्की-फुल्की दरारों के बावजूद वर्णाश्रम प्रणाली व्यवहार में थी। सभी पारंपरिक, खासकर ग्रामीण, समाजों में पारस्परिक सहयोग की सामूहिकता की संस्थाएं होती थीं। हमारे गांव में भी पारस्परिक सहयोग और...

लोकतान्त्रिक लिबास में ‘राजा’

पूरे पचहत्तर साल बाद भी हमारा लोकतंत्र अपने शैशवकाल में ही है। अक्सर पालने में पड़ा-पड़ा ‘अहंकार विसर्जन’ करता, अपने डायपर गीले करता रहता है; सोशल मीडिया और थोड़ा बहुत सामान्य मीडिया तन्त्र चीख-चीख कर जब इसे उजागर करता...

भारतीय न्यायपालिका की सामंती संस्कृति के क्या मायने हैं मी लार्ड!

भारत की वर्तमान न्यायिक प्रणाली की उत्पत्ति का स्रोत एक प्रकार से न्यायपालिका की औपनिवेशिक प्रणाली में देखा जा सकता है जो कमोबेश स्वामी-सेवक के दृष्टिकोण से स्थापित की गई थी, न कि जनता के दृष्टिकोण से। इसके अलावा...

जन्मदिन पर विशेष: लालू यादव को समझने के लिए नज़र नहीं, नज़रिये की ज़रूरत

लालू प्रसाद यादव 10 मार्च 1990 को जब गांधी मैदान के जेपी की प्रतिमा के नीचे से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर अपने तत्कालीन आवास पटना के वेटनरी कॉलेज के सर्वेंट क्वार्टर में लौट कर आए तो घर के...

जनता के सम्मान को कभी गिरने नहीं दूंगा: माले विधायक अमरजीत कुशवाहा

राजनीति के अपराधीकरण व सामंती उत्पीड़न के खिलाफ बुलंद होती आवाज़ की जब-जब बात होती रही, तब-तब बिहार के लोगों में अनायास देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ। राजेंद्र प्रसाद के पैतृक जिले सीवान व मातृभूमि जीरादेई का नाम आता...

गुलाम रब्बानी की जयंती: रब्बानी ने थामा था घर से बगावत करके लाल झंडा

मौलाना हामिद हसन कादरी और मैकश अकराबादी की अदबी सोहबतों में उनका शे’री शौक परवान चढ़ा। तालीम पूरी होने के बाद, उन्होंने कुछ दिन वकालत की। शायराना मिज़ाज की वजह से उन्हें यह पेशा ज्यादा समय तक रास...

हाथरस कांडः परिजनों का आरोप- ‘ऑनर किलिंग’ की लाइन पर जांच कर रही है सीबीआई!

अगर तुम औरत हो,तो बलात्कार की बात जुबान से निकालने भर सेअवहेलना हो जाती है मनुस्मृति कीइसके लिए काटी जा सकती है तुम्हारी जीभ,तोड़ी जा सकती है गर्दनहो सकता है हमलातुम्हारे ही चरित्र पर।इस समाज में इससे बड़ी विडंबना...

जनता के गुस्से और इरादे को देख कर घबरा गयी है बीजेपी: दीपंकर भट्टाचार्य

सत्ता की भूखी भाजपा जिसने 2015 के भाजपा विरोधी स्पष्ट जनादेश का अपहरण करके 2017 में नीतीश कुमार के साथ साजिश कर बिहार की कुर्सी हथिया लिया था, इस बार भी उसकी मंशा कोरोना और लॉकडाउन के ज़रिए बिहार...

गांव नहीं, ये ब्राह्मणवादी वर्चस्व के सामंती किले हैं!

हाथरस में पीड़िता के गांव में कल दो तस्वीरें देखने को मिलीं। एक तरफ पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी को पुलिस घेर कर मार रही थी।कार्यकर्ता अगर बचाते नहीं तो शायद उनकी हड्डी-पसली एक हो...

औरंगाबाद: दलितों पर सामंती अपराधियों के हथियारबंद हमले में 6 जख्मी, माले का 24 को राज्यव्यापी विरोध

पटना। औरंगाबाद में दाउदनगर के अन्छा गांव में 21 अगस्त को हरबे-हथियार से संगठित राजपूत दबंगों ने जनसंहार की मंशा से दलित-गरीब टोले पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में छह लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं।...

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न्यूज़क्लिक के एडिटर-इन-चीफ प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर हेड अमित गिरफ्तार, बाकी सभी पत्रकार छूटे

नई दिल्ली। दिन भर चली छापेमारी, इलेक्ट्रॉनिक सामानों की जब्ती और स्पेशल सेल में न्यूज़़क्लिक के पत्रकारों से पूछताछ...